हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश और बादल फटने की घटना से काफी तबाही मची है. पिछले 24 घंटों में 14 की मौत हो गई है. जबकि 4 लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं.
प्राकृतिक आपदा को लेकर हुई तबाही पर शिमला में हिमाचल के मुख्य सचिव ने सभी जिला प्रशासन से आपात बैठक की है.
हिमाचल प्रदेश में इस बार मॉनसून कहर बनकर बरपा है. बीते 24 घंटों में भारी बारिश के रेड अलर्ट के बीच राज्य में 14 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 4 लोग अभी भी लापता हैं. हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव अनिल खाची ने बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राज्य के सबसे ज्यादा प्रभावित 7 जिलों के उपायुक्तों से बैठक की.
कई जिलों में बिजली, पेयजल आपूर्ति भी बाधित
बैठक के बाद मुख्य सचिव ने मीडिया से जानकारी साझा करते हुए बताया कि इस बार मॉनसून की बारिश से हिमाचल प्रदेश में भारी नुकसान हुआ है. हिमाचल के जिला लाहौल स्पीति, कुल्लू, चंबा में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है. यही नहीं, जिन इलाकों में मॉनसून के दौरान ना के बराबर बारिश हुआ करती थी, उन इलाकों में भी इस बार भारी बारिश हुई है. भारी बारिश के बाद हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में बिजली, पेयजल आपूर्ति भी बाधित हुई है.
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मुख्य सचिव अनिल खाची ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद बंद पड़ी सड़कों, बिजली आपूर्ति, पेयजल परियोजनाओं जैसी मूलभूत सुविधाओं को जल्द ही बहाल करने के निर्देश सभी जिला प्रशासन को दिए गए हैं.
उन्होंने बताया कि राज्य मौसम विभाग की तरफ से अगले 48 घंटों के लिए भी चेतावनी जारी की गई है, जिसके बाद सभी जिलों को अतिरिक्त एहतियात बरतने के निर्देश जारी किए गए हैं. इसके साथ ही मुख्य सचिव ने बताया कि भारी बारिश के चलते एडवाइजरी जारी की गई है कि जरूरी काम होने पर ही घरों से निकलें. साथ ही पर्यटकों के लिए भी एडवाइजरी जारी की गई है. उन्होंने कहा कि जिला पुलिस और प्रशासन के दिशा-निर्देशों के अनुसार ही सफर करें.