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हिमाचल चुनाव: बीजेपी का परिवारवाद पर सॉफ्ट रुख, पार्टी नेताओं के करीबियों को टिकट, दल-बदलुओं को भी चुनावी मैदान में उतारा

हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने बुधवार को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की. इस बार नौ मौजूदा विधायकों को पार्टी ने टिकट नहीं दिया है. पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल के साथ-साथ उनके विश्वसनीयों को भी टिकट से महरूम रखा गया. राज्य में 12 नवंबर को विधानसभा चुनाव होना है.

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सांकेतिक तस्वीर
सांकेतिक तस्वीर

देश में परिवारवाद की राजनीति को लेकर शुरू से ही आक्रामक रही बीजेपी हिमाचल में इस पर सॉफ्ट रुख अपनाती नजर आ रही है. हिमाचल प्रदेश में अगले महीने होने जा रहे विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने टिकटों का बंटवारा करते वक्त परिवारवाद पर नरम रुख अपनाया. बीजेपी ने बुधवार को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की, जिसमें बीजेपी नेताओं के तीन करीबियों को टिकट दिया गया है. हिमाचल में 12 नवंबर को मतदान होना है.

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कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर के बेटे और धर्मपुर से विधायक रजत ठाकुर को पार्टी ने चुनावी मैदान में उतारा है. उनके पिता महेंद्र इस बार चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. इसके अलावा बीजेपी के दिवंगत नेता नरेंद्र बरागटा के बेटे को जुबल कोटखाई सीट से पार्टी ने चुनावी मैदान में उतारा है. वहीं, बीजेपी के पूर्व वरिष्ठ नेता आईडी धीमान के बेटे अनिल धीमान को भोरंज से टिकट दिया गया है. 

यह रोचक बात है कि हिमाचल के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल को हमीरपुर के सुजानपुर से टिकट नहीं दिया गया. वह बीते दो साल से इस निर्वाचन क्षेत्र में सक्रिय थे.

धूमल के विश्वसनीय और पांच बार विधायक रहे रविंद्र सिंह रवि कांगड़ा के देहरा से टिकट लेने की जुगत में है. लेकिन बीजेपी की पहली सूची में उनके नाम का ऐलान नहीं किया गया है.

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बीजेपी के 9 मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं

बीजेपी ने इस बार एंटी-इनकंबेंसी के डर से पार्टी के नौ मौजूदा विधायकों को टिकट नहीं दिया. इन नौ में से छह विधायक प्रेम कुमार धूमल कैंप के बताए जा रहे हैं, जिन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया है, उनमें धर्मशाला से विधायक विशाल नेहरिया, कांगड़ा के जवाली से विधायक अर्जुन सिंह, चंबा से विधायक पवन नायर और मंडी के करसोग से विधायक हीरा लाल हैं.

इसके अलावा हमीरपुर के भोरंज से विधायक कमलेश कुमारी, बिलासपुर सदर से विधायक सुभाष ठाकुर, द्रंग से विधायक जवाहर ठाकुर, सरकाघाट से विधायक कर्नल (सेवानिवृत्त) इंदर सिंह और कुल्लू के आनी से विधायक किशोरी लाल हैं.

पार्टी सूत्रों का कहना है कि सर्वे के आधार पर बीजेपी ने टिकटों का बंटवारा किया है. ये सर्वे तीन बार कराए गए थे. इन सर्वों में जिनकी पकड़ अपने निर्वाचन क्षेत्र में मजबूत पाई गई, उन्हें ही पार्टी ने टिकट दिया है. 

इसके अलावा एक अन्य फैक्टर मौजूदा विधायकों की खराब परफॉर्मेंस भी रही, जिसकी वजह से इन्हें टिकट नहीं दिया गया. एंटी-इनकंबेसी से निपटने के लिए भी इस बार नए चेहरों पर दांव लगाया गया है. सूत्रों का कहना है कि पार्टी ने उम्मीदवारों की जीतने की संभावनाओं का आकलन करने के लिए तीन सर्वे किए थे. 

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यह रोचक है कि हाल ही में कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए दो दल-बदलुओं पर भी पार्टी ने कृपा बरसाई है और उन्हें कांगड़ा सदर और जोगिंदर नगर से टिकट दिया है. जोगिंदर नगर से निर्दलीय विधायक प्रकाश राणा को भी पार्टी ने टिकट दिया है.

बता दें कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी ने बुधवार को उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी की. बीजेपी ने पहली लिस्ट में 62 सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों का ऐलान किया. बीजेपी ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सिराज विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया. वहीं, पिछले चुनाव में बीजेपी की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार रहे प्रेम कुमार धूमल का इस बार पत्ता साफ हो गया.

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