देश के कई राज्य जहां आधार कार्ड बनाने में पिछड़ रहे हैं, वहीं हिमाचल इस मामले में बहुत आगे निकल गया है. हिमाचल में सौ फीसदी से भी ज्यादा लोगों के आधार कार्ड बना दिए गए हैं. भले ही यह अटपटा लगे लेकिन सरकारी आंकड़े कुछ ऐसा ही बता रहे हैं.
प्रदेश में अब तक 104.31 फीसदी लोगों के आधार कार्ड बनाने का दावा किया जा रहा है. इसके बावजूद अभी आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया जारी रहेगी. प्रदेश के 12 में से 9 जिलों में सौ फीसदी से अधिक लोगों के आधार कार्ड बन चुके हैं. इसमें हमीरपुर जिला सबसे आगे है, यहां 114.01 फीसदी लोगों को आधार नंबर जारी हो चुके हैं. शिमला, सोलन और किन्नौर को छोड़कर प्रदेश के सभी जिलों में सौ फीसदी से अधिक लोगों के आधारकार्ड बना दिए गए हैं.
शिमला जिले में बीते साल के मुकाबले आधार कार्ड बनाने में 22 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इस साल यह आंकड़ा बढ़कर करीब 95 फीसदी पहुंच गया है. सूबे में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के सर्वाधिक आधारकार्ड बने हैं. सौ फीसदी से अधिक आधार कार्ड बनाने पर हिमाचल सरकार के आईटी मंत्री और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग का तर्क है कि बनाए गए आधार कार्डों में उन लोगों की संख्या नहीं घटाई गई है, जिनकी मौत हो चुकी है. इसके अलावा आधार कार्ड बनाने के लिए वर्ष 2011 की संभावित जनगणना को आधार बनाया गया है. इसके बाद जनसंख्या में बढ़ोतरी हुई है. कई बाहरी राज्यों के लोगों ने भी हिमाचल के पते पर आधार कार्ड बनाए हैं.