भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने हिमाचल प्रदेश के बागी विधायक और पूर्व केंद्रीय संचार मंत्री सुखराम के बेटे अनिल शर्मा को पार्टी से निष्कासित कर दिया है. लोकसभा चुनाव के दौरान अनिल शर्मा बागी हो गए थे. अनिल शर्मा ने कांग्रेस के टिकट पर मंडी सीट से चुनाव लड़ने वाले अपने बेटे आश्रय शर्मा का समर्थन किया था.
पार्टी विरोधी गतिविधियों में नाम आने की वजह से पार्टी ने अनिल शर्मा को बाहर निकालने का फैसला किया. हिमाचल प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष सतपाल सत्ती ने अनिल शर्मा के निष्कासन की पुष्टि की है. हिमाचल प्रदेश के बिजली मंत्री अनिल शर्मा ने अप्रैल में राज्य सरकार से इस्तीफा दे दिया था.
अनिल शर्मा पर उनकी अपनी पार्टी का दवाब पड़ रहा था क्योंकि उनके पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम ने आश्रय शर्मा के साथ बीजेपी छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था. इसी के मद्देनजर उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था.
अनिल शर्मा ने उनके बेटे के खिलाफ मंडी से चुनाव लड़ रहे बीजेपी उम्मीदवार के पक्ष में चुनाव प्रचार करने से मना कर दिया था और इस मुद्दे पर मंत्री पद छोड़ने की इच्छा जाहिर की थी.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम ने हाल ही में फिर से कांग्रेस में वापसी की थी. मंडी सीट का साल 1962 से नवंबर 1984 तक सुखराम ने प्रतिनिधित्व किया था. उनके लोकसभा में चुने जाने के बाद 1985 में डी डी ठाकुर ने यह सीट जीती. बीजेपी ने 1990 में इस सीट पर अपना कब्जा किया था.