हिमाचल प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तारीखों का गुरुवार को ऐलान किया गया और अगले ही दिन मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की मुश्किलें बढ़ गई हैं. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सीएम वीरभद्र की 5.6 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर ली है.
कुर्क की गई संपत्ति में तारिणी इंटरनेशनल कंपनी के नाम पर दिल्ली स्थित डेरा मंडी का 4.2 करोड़ का फार्म हाउस भी शामिल है. इसी कंपनी की संपत्ति गुजरात के वापी में भी है, जिसे जब्त कर लिया गया है. वीरभद्र सिंह के खिलाफ साल 2015 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया गया था.
प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत शुक्रवार को ED ने सीएम के बेटे विक्रमादित्य, पत्नी प्रतिभा और बेटी के खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की है. बेटे विक्रमादित्य के 64 लाख रुपए के शेयर और बेटी व पत्नी के नाम पर 80 लाख रुपये का फिक्स्ड डिपॉजिट जब्त किया गया है.
वहीं 31 अक्टूबर को आय से अधिक संपत्ति के मामले में वीरभद्र सिंह और उनकी पत्नी प्रतिभा सिंह की सुनवाई दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में होनी है. वीरभद्र सिंह पर सीबीआई ने आरोप लगाया है कि उनकी संपत्ति उनकी आमदनी से ज्यादा है. वीरभद्र सिंह के मुताबिक उन्होंने ये संपत्ति सेब की खेती से बनाई है, जबकि सीबीआई वीरभद्र सिंह की इस दलील को झुठला रही है.
हिमाचल में 9 नवंबर को विधानसभा चुनाव होने हैं, जबकि वोटों की गिनती 18 दिसंबर को होगी.