हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने भारत और पाकिस्तान के बीच विश्व टी 20 मुकाबला धर्मशाला से कोलकाता स्थानांतरित होने के लिए उन्हें ‘जिम्मेदार’ ठहराने पर बीसीसीआई सचिव अनुराग ठाकुर पर निशाना साधते हुए कहा कि वह बीजेपी के सांसद के प्रति जवाबदेह नहीं हैं.
सुरक्षा देने से नहीं किया इनकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने कभी मैच का विरोध नहीं किया और सुरक्षा मुहैया कराने से इनकार नहीं किया, लेकिन मैच का विरोध शहीदों के परिवारों और पूर्व सैनिकों ने किया था.
पूर्व सैनिकों ने किया था मैच का विरोध
वीरभद्र ने कहा, ‘मुझे अपना राष्ट्रवाद और देश से प्यार किसी को साबित करने की जरूरत नहीं है, विशेषकर अनुराग ठाकुर को. मुझे बीसीसीआई सचिव को जवाब देने का कोई कारण नजर नहीं आता क्योंकि दोनों देशों बीच मैच का विरोध राज्य के लोगों, पूर्व सैनिकों और शहीदों के रिश्तेदारों ने किया था.’
पठानकोट हमले से नाराज हैं लोग
उन्होंने कहा, ‘पठानकोट एयरबेस हमले और फिर जम्मू-कश्मीर के पांपोर में हिमाचल प्रदेश के जवानों की हत्या के अलावा कई अन्य लोगों के पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों से लड़ते हुए विभिन्न घटनाओं और मुठभेड़ में जान गंवाने से राज्य के लोग और बड़ी संख्या में क्षेत्र के पूर्व सैनिक नाराज हैं.’
शहीदों के परिवार का हो सम्मान
वीरभद्र ने कहा, ‘बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने भी हिमाचल प्रदेश में मैच के आयोजन के खिलाफ आवाज उठाई है.’ मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि ठाकुर शहीदों के परिवारों की भावनाओं का सम्मान करने की जगह भारत और पाकिस्तान के बीच मैच के आयोजन के अधिक इच्छुक हैं.