हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर में बीते दिन लैंडस्लाइड (Kinnaur Landslide) होने के कारण बड़ा हादसा हुआ. यहां पहाड़ से मलबा गिरने के कारण बस और कारें उसकी चपेट में आ गईं. इस भीषण हादसे में अब तक 15 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 14 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया है. मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन का गुरुवार को जायजा लिया.
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के मुताबिक, किन्नौर हादसे में मरने वालों की संख्या 15 हो गई है, अबतक इतने शव बरामद कर लिए गए हैं.
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हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने गुरुवार को किन्नौर का हवाई सर्वे किया, यहां पर जारी रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया. हालांकि, गुरुवार को कुछ देर के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन रोक दिया गया, क्योंकि पहाड़ से लगातार पत्थर गिर रहे हैं.
Kinnaur landslide | Rescue and search operation stopped for the last one hour due to shooting stones coming from uphill. Total 13 dead bodies have been retrieved since yesterday: ITBP#HimachalPradesh pic.twitter.com/x7cAdclacC
— ANI (@ANI) August 12, 2021
आईटीबीपी के अनुसार, गुरुवार सुबह तक 13 शव बरामद किए गए हैं, जबकि 14 घायलों को बाहर निकाला गया है. अभी भी बाकी लोगों की तलाश जारी है, क्योंकि हादसे में करीब 50 लोगों के फंसे/दबे होने की आशंका थी. आईटीबीपी ने बयान दिया है कि गहराई में से बस का बचा हुआ टुकड़ा उन्हें देखने को मिला है, वहां से भी एक शव को बरामद किया गया है.
हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में लैंडस्लाइड होने के कारण एक ट्रक, एक राज्य रोडवेज बस और अन्य वाहन राज्य की राजधानी से लगभग 180 किलोमीटर दूर, निगुलसारी के पास शिमला-रिकांग पियो राजमार्ग पर 60 से 70 मीटर की दूरी के बीच हुए भूस्खलन में दब गए थे.
हिमाचल सड़क परिवहन निगम की बस रिकांग पियो से शिमला होते हुए हरिद्वार जा रही थी. भूस्खलन हादसे में बचे एक व्यक्ति ने कहा, आपदा से ठीक पहले कुछ पत्थर लुढ़कने लगे, परेशानी को भांपते हुए, मैं दूसरी तरफ भागा और खुद को बचाने में कामयाब रहा.
आईटीबीपी के अलावा, स्थानीय अधिकारी, सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) बचाव कार्यों में शामिल हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह ने इस हादसे के बाद राज्य के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात की थी और मदद का भरोसा दिया था.