हिमाचल के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने बड़ा ऐलान किया है. 'आज तक' से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि 'मैं अपनी जिंदगी में 6 बार मुख्यमंत्री रह चुका हूं. पहली बार 25 साल की उम्र में सांसद बना था और अब यह उनका आखिरी चुनाव है, इसके बाद वह जीवन में कभी चुनाव नहीं लड़ेंगे.'
इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हिमाचल में किए जा रहे ताबड़तोड़ चुनाव प्रचार पर भी निशाना साधा और कहा कि जिस तरीके से प्रधानमंत्री मोदी हिमाचल में बार-बार दौरे कर रहे हैं, रैली कर रहे हैं और जिस तरह की भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं वह भाषा प्रधानमंत्री के पद को शोभा नहीं देती.
अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर वीरभद्र सिंह ने कहा कि ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स सभी जांच एजेंसियां उनके खिलाफ जांच में लगी हुई हैं लेकिन इस जांच से निकलेगा क्या? मामला सिर्फ चार करोड़ का है और वह कोई खानाबदोश नहीं हैं बल्कि उनके पास इससे ज्यादा संपत्ति होनी चाहिए थी. साथ ही वीरभद्र सिंह ने यह भी कहा कि वह सातवीं बार और आखरी बार हिमाचल के मुख्यमंत्री बनकर रहेंगे.
कुछ समय पहले आजतक से बातचीत में वीरभद्र ने कहा था कि वो अपनी जिंदगी में कभी किसी चीज से डरे नहीं हैं और चुनाव में किसी का सामना करने से भी वो नहीं डरते. यही वजह है कि वो सोलन की सीट से इस बार चुनाव लड़ रहे हैं. सोलन सीट पर कांग्रेस 4 बार बीजेपी से हार चुकी है. उन्होंने कहा था कि इस बार इस सीट पर बीजेपी को देकर मैं गेम चेंज कर दूंगा.
9 नवंबर को हिमाचल में मतदान
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के लिए विधानसभा चुनाव मतदान 9 नवंबर को होगा. 68 सदस्यीय हिमाचल विधानसभा के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 23 अक्टूबर थी. हिमाचल प्रदेश में सभी 7,521 मतदान केंद्रों पर VVPAT वाली वोटिंग मशीनों का इस्तेमाल किया जाएगा और सभी पोलिंग बूथों की वीडियोग्राफी होगी.