scorecardresearch
 

Kinnaur Landslide: हादसे में बच्ची समेत 10 की मौत, 14 को बचाया गया, लापता बस तक अभी नहीं पहुंच पाई रेस्क्यू टीम

इस हादसे में 2 साल की बच्ची समेत 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 लोगों के मलबे में फंसने की आशंका है. अब तक 14 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. वहीं, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग मदद में जुटे हुए हैं.

Advertisement
X
Kinnaur Landslide
Kinnaur Landslide
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 60 लोगों के मलबे में फंसने की आशंका है
  • अब तक 14 लोगों को रेस्क्यू किया गया है
  • 2 साल की बच्ची समेत 10 लोगों की मौत

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर (Kinnaur) में बुधवार को फिर भयंकर तबाही मची. पहाड़ों से गिरती चट्टानों ने नेशनल हाईवे-5 से गुजर रही गाड़ियों को अपनी चपेट में ले लिया.

Advertisement

इस हादसे में 2 साल की बच्ची समेत 10 लोगों की मौत हो गई, जबकि 60 लोगों के मलबे में फंसने की आशंका है. अब तक 14 लोगों को रेस्क्यू किया गया है. वहीं, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, सेना, पुलिस और स्थानीय लोग मदद में जुटे हुए हैं. खबर में अपडेट जारी है...

बस में सवार 25 लोग फंसे

हिमाचल प्रदेश के रिकांगपिओ से उत्तराखंड के हरिद्वार जा रही एचआरटीसी की जो बस चट्टानों के गिरने के कारण हादसे का शिकार हुई है, उसमें करीब 25 लोग फंसे हैं. हालांकि इस हादसे में बस ड्राइवर (Bus Driver) औरं कंडक्टर को बचा लिया गया है, लेकिन दोनों सदमे में हैं.

वहीं, यात्रियों से भरी लापता बस गहरी खाई में देख गई है. हालांकि रेस्क्यू टीम अभी बस तक नहीं पहुंच पाई है. यहां  Earth mover machines के जरिए मलबा हटाया जा रहा है.

Advertisement

ITBP के मुताबिक, हादसे के वक्त रिकांगपिओ-शिमला राजमार्ग पर 6 से 7 गाड़ियां 200 मीटर की दूरी के बीच मूव कर रही थीं, तभी अचानक पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया. इस वजह से वहां गाड़ियों को निकलने का मौका नहीं मिल पाया और वे फंस गईं. 

रेस्क्यू ऑपरेशन आ रही हैं दिक्कतें

हादसे की जानकारी के बाद मौके पर आईटीबीपी, एनडीआरएफ, हिमाचल पुलिस के जवान पहुंच गए. उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन दिक्कतें अब भी आ रही हैं. डर ये भी लगा हुआ है कि कहीं पहाड़ से और पत्थर ने आ गिरें. लिहाजा रेस्क्यू ऑपरेशन की टीम भी पूरी तरह से सतर्क है.

बताया जा रहा है कि रुक रुककर इक्का-दुक्का पत्थर पहाड़ से गिर रहे हैं. वहीं, नेशनल हाइवे 5 पर जिस जगह तबाही का ये पहाड़ टूटा है, वहां से सतलुज नदी भी होकर गुजरती है, ऐसी भी आशंका जताई जा रही है कि कुछ गाड़ियां सतलुज नदी में ना जा गिरी हों. 

मृतकों में 2 साल की बच्ची भी शामिल 

1-  विजय कुमार (32), झोल, जिला हमीरपुर
2-  वंशिका (2), गांव सपनी, किन्नौर
3-  मीरा देवी (41), निचार, जिला किन्नौर
4-  नितिशा, गांव सुंगरा, जिला किन्नौर
5-  प्रेम कुमारी (42), गांव लेबरांग, जिला किन्नौर
6-  ज्ञान दासी, गांव सपनी, जिला किन्नौर
7-  राधिका (22), गांव काफनो, जिला किन्नौर
8- रोहित (24), तहसील रामपुर, जिला शिमला
9- कमलेश कुमार (34), गांव पिपुधार, सोलन
10- देवी चंद (53), गांव पलंगी, जिला किन्नौर

Advertisement

पीएम और गृह मंत्री ने ली जानकारी

घटना के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से फोन पर बात की और किन्नौर हादसे की जानकारी ली. पीएम मोदी की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया गया है. वहीं, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से इस हादसे को लेकर बात की है और घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं. 

25 जुलाई को भी किन्नौर में हुआ था हादसा 

बता दें कि हिमाचल प्रदेश के किन्नौर और सिरमौर दोनों ही इलाकों में पहाड़ों के दरकने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं. किन्नौर में पहाड़ गिरने का मतलब है बड़ी तबाही, क्योंकि यहां भूस्खलन होता है तो बड़े-बड़े पत्थर गिरते हैं. 25 जुलाई को भी कन्नौर में लैंडस्लाइड हुआ था, जिसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी. 


 

Advertisement
Advertisement