हिमाचल प्रदेश के किन्नौर के रिकांग पियो-शिमला राजमार्ग पर भूस्खलन के मलबे में फंसे हुए लोगों को आईटीबीपी के जवानों द्वारा बचाया जा रहा है. राज्य सरकार के मुताबिक, अब तक 10 लोगों को बचा लिया गया है और दो लोगों की मौत हो गई है. फिलहाल सर्च ऑपरेशन जारी है.
ITBP के पीआरओ विवेक पांडे ने बताया कि ये लगभग 12 बजे की घटना है. मौके पर हमारे 3 बटालियन के करीब 300 जवान मौजूद हैं. वहां लगभग 50 से 60 लोग फंसे हुए हैं, जिन्हें हमारी टीम निकालने की कोशिश कर रही है. अभी तक 10 लोगों को बचा लिया गया है.
स्लोप एरिया नदी की तरफ जाता है
विवेक पांडे ने बताया कि पहाड़ से पत्थर बहुत तेजी से गिरते हुए आए थे. जहां हादसा हुआ है, ये 50 से 60 मीटर का स्लोप एरिया है जो नदी की तरफ जाता है. आज मौसम बिलकुल साफ था. ऐसे हादसे का अंदेशा नहीं था.
हादसे के वक्त रिकांग पियो-शिमला राजमार्ग पर 6 से 7 गाड़ियां 200 मीटर की दूरी के बीच मूव कर रही थीं, तभी अचानक पहाड़ी से पत्थरों के गिरने का सिलसिला शुरू हो गया. इस वजह से वहां गाड़ियों को निकलने का मौका नहीं मिल पाया. करीब 6 गाड़ियां थीं, जिसमें 50 से 60 लोगों के होने की आशंका है, जो मलबे में फंसे हैं. हमारे 3 बटालियन के 300 जवान रेस्क्यू में जुटे हैं.
लापता बस का ट्रेस नहीं मिल पाया है
उन्होंने बताया कि लापता बस का ट्रेस नहीं मिल पाया है. ऐसा अंदेशा जताया जा रहा है कि शायद बस खाई में गिर गई है. ITBP की टीम 300 फीट नीचे खाई में गई है और बस की तलाश जारी है. लगातार पत्थर गिरने की वजह से समस्या ज्यादा हो गई है. बारिश और अंधेरे के बाद मुश्किल और बढ़ सकती है.
विवेक पांडे ने कहा कि कार में सवार लोगों को करीब-करीब बचा लिया गया है. सबसे बड़ी चुनौती बस की तलाश और उसमें सवार लोगों को बचाना है. बताया जा रहा है कि दो बसें भी फंसी हो सकती हैं. हमारी टीम के साथ एनडीआरएफ, स्टेट टीमें भी हैं.
क्या बोले प्रदेश के सीएम ?
हिमाचल प्रदेश के सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि राहत बचाव कार्य तेजी से चल रहा है. पत्थर गिरने से रेस्क्यू में परेशानी आ रही है. हालांकि 9 लोगों को बचा लिया गया है. जो बस लापता है, उसकी तलाश जारी है.