कैसा होगा वह नजारा जिसमें एक बंदर हवा से नोट बरसा रहा होगा और नीचे लूटने वालों की भीड़ जमा होगी. हिमाचल प्रदेश के खूबसूरत शहर शिमला में रविवार दोपहर ऐसा ही हुआ.
इसे किस्मत ही कहेंगे कि शिमला के बोल्यूगंज के कामना देवी इलाके में कुछ लोगों को अचानक आसमान से रुपये बरसते दिखाई दिए. सिर उठाकर देखा तो छत पर बैठा एक बंदर नोट उड़ा रहा था.
एक चश्मदीद ने बताया कि बंदर के पास नोटों की गड्डियां थी. पहले वह एक घर की छत पर नजर आया. कुछ नोट फेंकने के बाद वह पास के एक पेड़ पर चढ़ गया और नोट लुटाने लगा.
स्थानीय निवासी राजेश कुमार ने बताया, 'घर की छत और पेड़ से रुपये लुटाने के बाद बंदर जंगल की ओर भाग गया. रुपये लूटने में मग्न लोग भी उसके पीछे भागे. वे उसका पीछा करते रहे और नोट जमा करते रहे. ऐसा दो घंटे तक चलता रहा, जब तक बंदर का थैला नोटों से खाली नहीं हो गया.'
बाद में पता चला कि इस 'रॉबिनहुड मंकी' ने यह बैग एक निर्माणाधीन इमारत से उठाया था. विनोद नाम के ठेकेदार ने रुपयों का थैला एक कमरे में रखा था. बंदर ने वहीं से यह थैला उठाया और रफूचक्कर हो गया. इमारत में मौजूद मजदूरों ने बंदर का पीछा किया, लेकिन वह कब पकड़ में आने वाला था. ठेकेदार ने बताया कि उस थैले में 10 हजार रुपये थे, जिन्हें मजदूरों में दिहाड़ी के रूप में बांटा जाना था.
शिमला में पिछले 6 महीने में यह ऐसी दूसरी घटना है. 26 फरवरी को राम बाजार और गंज बाजार इलाके में भी एक बंदर ने नोट बरसाए थे.