scorecardresearch
 

Sippy Sidhu Murder Case में सीबीआई का बड़ा एक्शन, जज की बेटी गिरफ्तार, 7 साल पहले हुई थी हत्या

साल 2015 में हुई सिप्पी सिद्धू हत्या मामले की गुत्थी अब सुलझती हुई नजर आ रही है. सीबीआई ने मामले में हिमाचल हाई कोर्ट की कार्यवाहक चीफ जस्टिस सबीना सिंह की बेटी कल्याणी सिंह को गिरफ्तार किया है.

Advertisement
X
सिप्पी सिद्धू की हत्या सात साल पहले 2015 में हुई थी
सिप्पी सिद्धू की हत्या सात साल पहले 2015 में हुई थी
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 20 सितंबर 2015 को हुई थी हत्या
  • चंडीगढ़ के सेक्टर 27 के एक पार्क में मिला था शव
  • हत्या में इस्तेमाल हुई 12 बोर की गन

Sippy Sidhu Murder Case: सीबीआई ने राष्ट्रीय स्तर के निशानेबाज और वकील सुखमनप्रीत सिंह उर्फ सिप्पी सिद्धू की हत्या के मामले में एक्शन लिया है. जानकारी के मुताबिक मामले में हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट की कार्यवाहक चीफ जस्टिस सबीना सिंह की बेटी कल्याणी सिंह को सिप्पी सिद्धू की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है. बता दें कि सिप्पी सिद्धू की हत्या 20 सितंबर 2015 को गोली मारकर की गई थी. उनका गोलियों से छलनी शव चंडीगढ़ के सेक्टर 27 के एक पार्क में मिला था. 

Advertisement

बताया जा रहा है कि सीबीआई ने कल्याणी को पहले पूछताछ के लिए बुलाया, लेकिन पूछताछ के दौरान सवाल जवाब से ये खुलासा होता गया कि हत्या में कल्याणी सिंह से तार जुड़े हैं तो ऐसे में सीबीआई ने उसे गिरफ्तार कर लिया और सीबीआई कोर्ट में पेश किया. कोर्ट ने कल्याणी को चार दिन की सीबीआई हिरासत में भेजा है.

हत्या में 12 बोर की गन का इस्तेमाल

जांच के दौरान खुलासा हुआ कि वारदात में 12 बोर की बंदूक का इस्तेमाल किया गया था. उससे चार गोलियां चलाई गई थीं. चंडीगढ़ पुलिस ने सेक्टर 26 थाने में 35 साल के सिद्धू की हत्या का मामला दर्ज किया था. बता दें कि सिद्धू, पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के पूर्व जस्टिस एसएस सिद्धू के पोते थे. 

सिद्धू की हत्या का मामला जनवरी 2016 में, सीबीआई को ट्रांसफर कर दिया गया था, जिसके बाद जांच एजेंसी ने अप्रैल में हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी. हत्या में हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट की जज की बेटी कल्याणी की कथित भूमिका जांच के दौरान सामने आई. अधिक सुराग जुटाने के क्रम में सितंबर 2016 में सीबीआई ने इस कांड में अपराधिक सुराग देने वाले को 5 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी.

सीबीआई ने दिया अखबार में विज्ञापन

Advertisement

सीबीआई ने एक अखबार का विज्ञापन भी दिया जिसमें कहा गया कि हत्या के समय एक महिला सिप्पी के हत्यारे के साथ थी. वो महिला भी सामने आकर अपने निर्दोष होने की बात कह कर हमसे संपर्क कर सकती है. उसे भी अंतिम मौका दिया जा रहा है. अन्यथा यह मान लिया जाएगा कि वह भी अपराध में शामिल थी.

लेकिन जब कुछ भी हाथ नहीं आया तो दिसंबर 2021 में, सीबीआई ने इनामी राशि दोगुनी कर 10 लाख रुपये कर दी. इस विज्ञापन में कहा गया कि आम जनता में किसी के भी पास हत्या या किसी भी प्रासंगिक तथ्य में कोई विश्वसनीय जानकारी है तो वे आगे आएं. तब भी कोई नतीजा नहीं निकला. 

कार में मिला था शव

मामले में सिद्धू के एक परिजन ने कहा था, 'रविवार शाम करीब 7 बजे घर से निकलते वक्त उसने कहा कि वह सेक्टर-26 में अपने किसी दोस्त से मिलने जा रहा है. इसके बाद उसका फोन कवरेज क्षेत्र से बाहर बताने लगा और फिर हमें पुलिस ने फोन किया.' पुलिस को लाश से करीब 200 मीटर की दूरी पर सिद्धू की ओपट्रा कार (CH04H-0032) भी मिली थी.

साल 2020 में, सीबीआई ने अदालत में 'अनट्रेस्ड रिपोर्ट' भी दायर करते हुए कहा कि जांच जारी रखने की अनुमति दी जा सकती है.  क्योंकि, इससे सिप्पी सिद्धू को खत्म करने के लिए एक महिला की भूमिका पर संदेह पैदा हुआ है. लगातार आगे बढ़ती जांच में धीरे धीरे सुराग मिलने शुरू हुए. और फिर कल्याणी से तार जुड़े. जिसके बाद पूछताछ से हत्याकांड की पहेली काफी कुछ सुलझती नजर आई. ऐसे में गिरफ्तारी के बाद सीबीआई इसे सुलझा लेने को लेकर काफी उत्साहित है.
 

Advertisement


 

 

Advertisement
Advertisement