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हिमाचल में भारी बारिश के बाद बंद की गईं 33 सड़कें, 8 बिजली प्रोजेक्ट को भी पहुंचा नुकसान

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद राज्य की 33 सड़कों को पूरी तरह बंद कर दिया गया है. मौसम विभाग ने आगे भी बारिश की चेतावनी जारी की है. वहीं लगातार बारिश की वजह से 8 बिजली परियोजनाओं को भी नुकसान पहुंचा है जिससे राज्य में बिजली की दिक्कत हुई है. पालमपुर में 79.8 मिमी, बैजनाथ में 65 मिमी, पांवटा साहिब में 51.2 मिमी और शिमला में 34.9 मिमी बारिश दर्ज की गई है.

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यह AI जेनरेटेड सांकेतिक तस्वीर है
यह AI जेनरेटेड सांकेतिक तस्वीर है

हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद 33 सड़कों को गाड़ियों की आवाजाही के लिए बंद कर दिया गया है. स्थानीय मौसम विभाग ने रविवार तक बारिश होने की भविष्यवाणी की है.

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न्यूज एजेंसी के मुताबिक राज्य के कुछ हिस्सों में अभी भी बारिश हो रही है. जोगिंदरनगर में गुरुवार से सबसे अधिक 80 मिमी बारिश हुई, इसके बाद पालमपुर में 79.8 मिमी, बैजनाथ में 65 मिमी, पांवटा साहिब में 51.2 मिमी और शिमला में 34.9 मिमी बारिश हुई.

अधिकारियों ने बताया कि देहरा गोपीपुर और धौलाकुआं में 27-27 मिमी, गोहर में 25 मिमी, ऊना में 23.4, धरमपुर और कसौली में 16-16 मिमी, कांगड़ा में 12.4 मिमी और नाहन में 10 मिमी बारिश दर्ज की गई है.

किस शहर में कितनी सड़कें हुई बंद

राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र के अनुसार, सबसे अधिक बारह सड़कें सिरमौर में, कांगड़ा में 10, मंडी में आठ, कुल्लू में दो और शिमला जिले में एक बंद हैं,  बारिश की वजह से आठ बिजली आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हुई हैं.

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बता दें कि मौसम विभाग ने बुधवार को कहा था कि 1 जून से अब तक राज्य में 19 फीसदी कम बारिश हुई है. राज्य में औसत 729.5 मिमी के मुकाबले 590.4 मिमी बारिश हुई थी.

अधिकारियों के अनुसार, 27 जून को हिमाचल प्रदेश में मानसून की शुरुआत के बाद से शुक्रवार शाम तक बारिश से संबंधित घटनाओं में 186 लोगों की मौत हो गई, जबकि 28 लापता हैं.

उन्होंने कहा कि राज्य को 1,360 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. लाहौल और स्पीति में ताबो 8.2 डिग्री सेल्सियस के न्यूनतम तापमान के साथ राज्य का सबसे ठंडा स्थान था, जबकि बिलासपुर 32.7 डिग्री सेल्सियस के अधिकतम तापमान के साथ सबसे गर्म स्थान था.


 

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