जम्मू-कश्मीर में 124 साल की एक महिला को कोरोना वैक्सीन की डोज दी गई है. बारामुला के क्राल मोहल्ला शकावारा खीरी की रहने वाली 124 साल की रहती बेगम को बुधवार को वैक्सीन की पहली डोज लगाई गई. स्वास्थ्यकर्मी बकायदा महिला के घर गए और उन्हें वैक्सीन की डोज दी. बारामुल्ला के डिप्टी कमिश्नर ने तस्वीर भी शेयर की है.
स्वास्थ्य अधिकारियों के मुताबिक, महिला के पास न तो आधार था, न इलेक्शन कार्ड और न ही कोई पहचान पत्र, लेकिन महिला के परिवार के पास राशन कार्ड है, जो आज़ादी से पहले का है. इस राशन कार्ड के मुताबिक, रहती बेगम की उम्र 124 साल है. अधिकारियों ने कहा कि घर-घर वैक्सीनेशन सिर्फ 18-44 साल की उम्र के लोगों का किया जा रहा है.
स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि जब महिला के परिवार ने अपील की कि उनकी बड़ी दादी 100 साल से ज्यादा उम्र की है और कमज़ोरी के चलते कही आ जा नहीं सकतीं तो कर्मचारियों ने महिला को वैक्सीन लगाने का फैसला लिया. जब स्वास्थ्य अधिकारियों ने उनकी उम्र देखी तो वह चौंक गए.
राशन कार्ड के आधार पर रहती बेगम का जन्म 1897 में हुआ है. परिजनों का कहना है कि रहती बेगम चल नहीं सकतीं और कमज़ोरी के चलते साफ़-साफ़ बोल भी नहीं सकतीं. हालांकि, अगर यह बात सच है कि रहती बेगम की उम्र 124 साल है तो वह दुनिया की सब से ज़्यादा उम्र की महिला का रिकॉर्ड अपने नाम कर सकती हैं.
फिलहाल, गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के मुताबिक, जापान के रहने वाले Kane Tanaka दुनिया में सबसे ज़ायदा उम्र के जिंदा इंसान हैं. उनका जन्म 1903 में हुआ था. इससे 6 साल पहले रहती बेगम का जन्म हुआ था. ऐसे में वह अपना नाम गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज करा सकती हैं.