जम्मू के अखनूर में काना चक इलाके में स्थानीय लोगों ने तीन संदिग्धों को देखने के बाद इसकी जानकारी जवानों को दी. सुरक्षाबलों ने क्षेत्र में बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है. आतंकियों की तलाश के लिए कठुआ-उधमपुर-डोडा बेल्ट की पहाड़ियों और घने जंगलों में सेना के कई जवानों को तैनात किया गया है.
60 लोगों को हिरासत में लेकर चल रही पूछताछ
सोमवार को कठुआ इलाके में सेना के जवानों पर हुए हमले के बाद से आतंकियों की तलाश जारी है. अधिकारियों ने कहा कि 60 लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है. इसमें तीन ऐसे लोग भी शामिल हैं जिनपर शक है कि उन्होंने आतंकियों को खाना और रहने का स्थान दिया था. इसमें एक महिला भी शामिल है जिसने 10-15 लोगों के लिए खाने का सामान किसी शख्स को सौंपा था. सुरक्षाबलों को शक है कि ये खाना आतंकियों के लिए हो सकता है.
पंजाब और जम्मू-कश्मीर के अधिकारियों ने की बैठक
अधिकारियों ने बताया कि इस हमले के बाद कठुआ में जम्मू-कश्मीर और पंजाब के वरिष्ठ पुलिस और सीमा सुरक्षा बल के अधिकारियों ने अंतरराष्ट्रीय सीमा (IB) पर सुरक्षा ग्रिड को लेकर चर्चा की. माना जाता है कि आतंकवादियों ने इसी क्षेत्र से घुसपैठ की है. इस बैठक में आतंकियों से निपटने के लिए संयुक्त रणनीति पर चर्चा हुई.
सावधानी से आगे बढ़ रहे हैं जवान
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू क्षेत्र के कठुआ,उधमपुर और डोडा जिलों के पहाड़ी इलाकों में सर्च का दायरा बढ़ाया गया है क्योंकि जून के बाद से इस इलाके में आतंकवादी घटनाओं में इजाफा देखा गया है.आतंकी भाग न सकें इसलिए जमीनी टीमों को ड्रोन से अपडेट भी दी जा रही है.सेना के विशेष बल के साथ खोजी कुत्तों की भी मदद ली जा रही है.
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अधिकारियों ने कहा कि इन क्षेत्रों में घने जंगल, गहरी घाटियां, गुफाएं और ऊबड़-खाबड़ इलाके हैं.साथ ही क्षेत्र में आईईडी का भी खतरा हो सकता है. इसलिए सावधानी के साथ सर्च ऑपरेशन चल रहा है.