कश्मीर के गुरेज सेक्टर में बुधवार को हुई हिमस्खलन की दो घटनाओं में 10 जवान शहीद हो गए हैं. बेहद खराब मौसम और बर्फबारी से कश्मीर घाटी की हालत खराब है. जगह-जगह बर्फीले तूफान या हिमस्खलन का सिलसिला जारी है.
बुधवार सीमा के पास गुरेज सेक्टर में हुई हिमस्खलन की घटना में कई जवान दब गए थे. कुल सात जवानों के शव निकाल लिए गए हैं. इस घटना में एक जेसीओ सहित छह जवानों को बचा लिया गया है. इसी इलाके में कल हुई हिमस्खलन की एक और घटना में सेना का एक निगरानी वाहन लापता हो गया था. इस घटना में भी अब तक तीन जवानों के शव हासिल किए गए हैं.
एक दिन पहले ही गांदरबल जिले के सोनमर्ग इलाके में स्थित सेना के एक शिविर में हिमस्खलन से एक मेजर की मौत हो गई थी. दूसरी तरफ, कुपवाड़ा जिले में स्थित तुलेल में बर्फीला तूफान आने से चार लोगों के उसके नीचे दबकर मर गए थे.
गौरतलब है कि कश्मीर में भारी बर्फबारी हो रही है और मौसम बेहद खराब हो गया है. मंगलवार शाम को ऐसे बर्फीले तूफान आने की चेतावनी पहले ही जारी की जा चुकी थी. बर्फीले तूफान से प्रभावित पूरे इलाके में बचाव कार्य किया जा रहा है. बुधवाार से अब तक कश्मीर में हिमस्खलन की तीन बड़ी घटनाएं हो चुकी हैं. इनमें सेना के एक मेजर सहित करीब एक दर्जन लोगों की मौत हो गई है. प्रशासन ने लोगों को घर के भीतर रही रहने की सलाह दी है.
दिल्ली के थे शहीद मेजर अमित सागर
गांदरबल में हिमस्खलन की घटना में मेजर अमित सागर शहीद हो गए थे. मेजर अमित सागर का जन्म 2 मई 1974 को हुआ था. वह अपने पीछे पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए हैं, जिनमें 18 साल की बेटी और 12 साल का एक बेटा है. उनका परिवार दिल्ली के जनकपुरी में रहता है.