केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने शनिवार को जम्मू एवं कश्मीर में सुरक्षा स्थितियों का जायजा लिया लेकिन खराब मौसम के कारण नियंत्रण रेखा पर दौरे की अपनी पूर्व योजना रद्द कर दी. पहले आई रिपोर्ट में कहा गया था कि उन्होंने नियंत्रण रेखा का दौरा किया. शिंदे ने मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के साथ एकीकृत मुख्यालयों की बैठक की सह-अध्यक्षता की.
लद्दाख में चीन से कोई खतरा नहीं: शिंदे
डल झील के नजदीक शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन कॉम्प्लेक्स में हुई इस बैठक में सेना, अर्धसैनिक बलों, पुलिस व केंद्रीय और राज्य खुफिया एजेंसियों के शीर्ष अधिकारी शामिल हुए.
शिंदे का नाम सिर्फ दिखाने के लिए!
एकीकृत मुख्यालय राज्य की शीर्ष सुरक्षा एजेंसी है, जो आतंकवाद से लड़ने वाले सुरक्षा बलों में समन्वय व तालमेल का काम करती है. राज्य में सुरक्षा स्थितियों का जायजा लेने के साथ शिंदे ने घाटी के गांवों के सरपंचों व पंचों को दी जाने वाली सुरक्षा पर विस्तृत चर्चा की.
चिदंबरम के बाद शिंदे बने ऊहापोह मंत्री
आतंकवादी पिछले साल से अब तक यहां पांच पंचों, सरपंचों की हत्या कर चुके हैं. इसके बाद शिंदे ने डल झील के लिए किए जा रहे संरक्षण प्रयासों का भी जायजा लिया.
एक अधिकारी ने बताया, ‘उन्होंने एक मोटर बोट में झील का दौरा किया.’ शिंदे हजरतबल दरगाह में जियारत के लिए पहुंचे. उनकी जम्मू एवं कश्मीर की तीन दिवसीय यात्रा शुक्रवार को शुरू हुई थी.