scorecardresearch
 

देवदूत बनकर आए सेना के जवान, किश्तवाड़ में गंभीर हालत में गर्भवती महिला को किया एयरलिफ्ट, देखें वीडियो...

वायुसेना के साथ तालमेल बनाते हुए महिला को निकाला गया और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. सर्दियों की वजह से यह इलाका अलग-थलग पड़ गया था. बर्फबारी की वजह से यहां तक सड़क मार्ग से पहुंचना आसान नहीं था. सेना के इस नेक काम के लिए स्थानीय लोगों ने आभार जताया.

Advertisement
X
महिला को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
महिला को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है.

भारतीय वायु सेना के साथ तालमेल बनाते हुए भारतीय सेना ने किश्तवाड़ जिले के सुदूर नवापाची क्षेत्र से एक गर्भवती महिला को रेस्क्यू किया है. बताया जा रहा है कि महिला की हालत बहुत गंभीर थी, उसे तुरंत इलाज की जरूरत थी. मगर, किसी का वहां तक पहुंचना या परिवार के लोगों का महिला को वहां से निकालना आसान नहीं दिख रहा था. 
 
ऐसे में जब भारतीय सेना को इसकी जानकारी मिली, तो तुंरत ही महिला को बचाने की तैयारी शुरू कर दी गई. वायुसेना के साथ तालमेल बनाते हुए महिला को निकाला गया और उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. सर्दियों की वजह से यह इलाका अलग-थलग पड़ गया है. 

Advertisement

देखें वीडियो... 

जमीनी मार्ग से कट जाता है इलाका  

भारतीय सेना इस चुनौतीपूर्ण क्षेत्र में लोगों की कठिनाइयों को कम करने में मदद कर रही है. यहां के लोग कठोर मौसम और रहने की बेहद कठिन स्थितियों का सामना करते हैं. विशेष रूप से सर्दियों के दौरान यहां जमीन मार्ग बंद होने के कारण यह इलाका बाकी जगहों से पूरी तरह से कटा रहता है.

स्थानीय लोगों की मदद करती रहती है सेना  

बर्फबारी की वजह से यहां तक पहुंचने के कई रास्ते पूरी तरह से बंद हो जाते हैं. ऐसे में स्थानीय लोगों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है. भारतीय सेना हमेशा इस क्षेत्र में आतंकवाद विरोधी अभियान चलाने के अलावा लोगों की जिंदगी बचाने के लिए मानवीय सहायता मुहैया कराती है.

स्थानीय लोग भारतीय सेना और भारतीय वायु सेना का आभार जता रहे हैं. उनका कहना है कि सेना के जवानों ने बहुत कम समय सीमा में जिंदगी बचाने के लिए इस नेक काम को अंजाम दिया है. 

Advertisement

अगले 24 घंटे में हिमस्खलन होने की आशंका

अगले 24 घंटों में कुलगाम, कुपवाड़ा, अनंतनाग में 2000 मीटर से ऊपर मध्यम खतरे के स्तर के साथ हिमस्खलन होने की आशंका है. लोगों को सलाह दी जाती है कि अत्यधिक सावधानी के साथ चयनित सुरक्षित मार्गों पर ही आवाजाही करें. हिमस्खलन वाली जगहों के पास बसी असुरक्षित बस्तियों से बाहर निकल जाएं. 

तबाही के बाद इंडियन आर्मी ने संभाला मोर्चा, रेस्क्यू में जुटी NDRF टीम

Advertisement
Advertisement