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J-K: माउंट एवरेस्ट फतह करने वाले महफूज इलाही को जिला प्रशासन ने किया सम्मानित

कुलगाम के डेप्यूटी कमिश्रर डॉ. बिलाल मोही-उद- जिन भट्ट ने महफूज को एवरेस्ट फतेह करने को लेकर बधाई दी. उनके सम्मान समारोह के दौरान डीसी ने उन्हें एक शॉल और मेमेंटो भेंट किया.

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महफूज इलाही को सम्मानित करते कुलगाम के डीसी.
महफूज इलाही को सम्मानित करते कुलगाम के डीसी.
स्टोरी हाइलाइट्स
  • 26 वर्षीय महफूज इलाही हजाम को किया गया सम्मानित
  • हाल ही में एवरेस्ट फतह कर लौटे हैं महफूज इलाही

जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिला प्रशासन ने शुक्रवार को 26 वर्षीय महफूज इलाही हजाम को सम्मानित किया. हाल ही में वह माउंट एवरेस्ट फतह कर लौटे हैं. कुलगाम के डेप्यूटी कमिश्रर डॉ. बिलाल मोही-उद- जिन भट्ट ने महफूज को एवरेस्ट फतेह करने को लेकर बधाई दी. उनके सम्मान समारोह के दौरान डीसी ने उन्हें एक शॉल और मोमेंटो भेंट किया.

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इस दौरान डीसी ने कहा कि महफूज से युवा प्रभावित होंगे और पर्वतारोहण और अन्य खेलों में उनकी दिलचस्पी बढ़ेगी. महफूज कुलगाम जिले के कुजरू के रहने वाले हैं.वह  जवाहर इंस्टीट्यूट ऑफ माउंटेनियरिंग  एंड विंटर स्पोर्ट्स अरू (पहलगाम) में सिविलयन इंसट्रक्टर हैं. महफूज ने बताया कि वह एक मिडिल क्लास परिवार से आते हैं. एक जून की सुबह 6:30 पर उन्होंने  अपना मिशन पूरा किया और दुनिया की सबसे ऊंची चोटी (8,849 मीटर) की चढ़ाई पूरी की.इस अभियान का नेतृत्व कर्नल एलएस थापा कर रहे थे. उन्होंने दो बार एवरेस्ट की चढ़ाई पूरी की है.कर्नल थापा मौजूदा समय में JIMWS के प्रिंसिपल हैं.

उन्होंने बताया कि यह अभियान बिल्कुल आसान नहीं था. तेज हवाओं के चलते उनकी टीम कैंप 2 में 10 दिन तक फंसी रही. महफूज ने कहा कि कश्मीर के युवाओं को साहसिक खेलों के लिए आगे आना चाहिए.यहां लोगों में इसके लिए काफी क्षमता है. सम्मान समारोह के दौरान एडीसी, एसीडी और जिला प्रशासन के कई अन्य अधिकारी मौजूद थे. बता दें कि इंडिया टुडे ने महफूज की उपलब्धियों से संबंधित खबरों को प्रसारित किया था.

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