जम्मू कश्मीर के राजौरी में साल 2023 की शुरुआत के दो दिनों में दो आतंकी घटनाएं हुईं. पहले 1 जनवरी को आतंकियों ने डांगरी में 3 घरों में घुसकर जमकर फायरिंग की. इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई. जबकि 7 लोग घायल हैं. डांगरी में सोमवार को जब इस आतंकी घटना के खिलाफ लोग प्रदर्शन करने के लिए जुटे तो जिस घर में रविवार को फायरिंग हुई थी, उसी घर के पास IED ब्लास्ट हो गया. इस हादसे में दो बच्चों की मौत हो गई. जबकि 6 लोग जख्मी बताए जा रहे हैं.
बताया जा रहा है कि आतंकियों ने राजौरी में सिर्फ हिंदुओं को निशाना बनाया. इलाके में दो आतंकी खाकी कपड़े पहनकर पहुंचे. उन्होंने आधार कार्ड देखकर चुन चुनकर हिंदुओं को निशाना बनाया. इसके बाद जहां फायरिंग की थी, वहां आईईडी भी प्लांट किए. सोमवार को जब स्थानीय लोग विरोध प्रदर्शन कर रहे थे और सुरक्षाबल तलाशी अभियान चला रहे थे, तभी ये ब्लास्ट हुआ. जम्मू एडीजी मुकेश सिंह ने बताया जा रहा है कि IED बैग के नीचे रखा था. तभी यह फट गया. इसमें दो बच्चों की मौत हो गई. जबकि 6 लोग जख्मी हैं.
कश्मीर में बाद जम्मू में टारगेट किलिंग
कश्मीर में लगातार टारगेट किलिंग का दौर जारी है. पिछले साल भी आतंकियों ने अलग अलग इलाकों में हिंदुओं और गैर कश्मीरियों की चुन चुन कर हत्या की थी. नए साल में भी यह सिलसिला शुरू हो गया. इससे पहले पिछले साल अनंतनाग, पुलवामा और पुंछ में भी टारगेट किलिंग की घटनाएं सामने आई थीं. आतंकियों ने इसी तरह से पहचान पूछकर हिंदुओं और गैर कश्मीरियों को निशाना बनाया था.
जम्मू रीजन को कश्मीर की तुलना में काफी शांत माना जाता रहा है. ऐसे में अब राजौरी में कश्मीर की तरह ही टारगेट किलिंग की घटनाओं ने प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है. इस घटना के बाद सेना और पुलिस पूरे इलाके को घेरकर बड़ा सर्च ऑपरेशन चला रही है. वहीं, इन मामलों की जांच के लिए NIA की टीम डांगरी का दौरा करेगी.
दोषियों को छोड़ा नहीं जाएगा- एलजी
एलजी मनोज सिन्हा ने सोमवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के डांगरी गांव में हुए आतंकी हमले में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा उन्होंने इस आतंकी घटना में मारे गए नागरिकों के परिजनों को 10 लाख रुपये की आर्थिक मदद का भरोसा दिया है. डोंगरी के सरपंच दीपक कुमार ने कहा कि यह पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों की ओर से सुरक्षा में गंभीर चूक है. उन्होंने कहा कि इलाके में अल्पसंख्यक हिंदू सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं. प्रशासन को सख्त कदम उठाने चाहिए.
2022 में 172 आतंकवादी ढेर
जम्मू- कश्मीर में सुरक्षाबल आतंकियों के खिलाफ लगातार अभियान चला रही है. ADGP कश्मीर विजय कुमार ने हाल ही में बताया था कि साल 2022 के दौरान, कश्मीर में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच कुल 93 सफल मुठभेड़ें हुई, जिसमें 42 विदेशी आतंकवादियों सहित 172 आतंकवादी मारे गए. मारे गए अधिकतम आतंकवादी (108) LeT/TRF संगठन से थे, उसके बाद JeM (35), HM (22), अल-बद्र (4) और AGuH (3) के थे.
आतंकियों की भर्ती में 37% की गिरावट
उन्होंने बताया था कि इस साल, आतंकवादी संगठनों में 100 नई भर्तियों के साथ पिछले वर्ष की तुलना में इस आंकड़े में 37% की गिरावट दर्ज की गई. अधिकतम आतंकी (74) लश्कर में शामिल हुए हैं. कुल भर्ती में से 65 आतंकवादी मुठभेड़ में मार दिए गए, 17 गिरफ्तार हुए जबकि 18 आतंकवादी अभी भी सक्रिय हैं. इस साल मारे गए कुल 65 नए भर्ती आतंकवादियों में से 58 (89%) संगठनों में शामिल होने के पहले महीने के भीतर मार गिराए गए.