बाबा बर्फानी के दर्शन के लिए हर साल होने वाली अमरनाथ यात्रा की शुरुआत हो चुकी है. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार (28 जून) की सुबह 5.30 बजे श्रद्धालुओं के पहले जत्थे को झंडी दिखाकर जम्मू के बेस कैंप से रवाना किया. भक्तों का यह जत्था दोपहर 2 बजे दक्षिण कश्मीर के पहलगाम और मध्य कश्मीर के बालटाल पहुंचेगा.
एलजी सिन्हा ने एक दिन पहले ही जम्मू में यात्री निवास भवन का दौरा किया था. इससे पहले एलजी दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग में पहलगाम बेस कैंप भी पहुंचे थे. यहां उन्होंने सुरक्षा संबंधी बैठक की अध्यक्षता की थी. बता दें कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अध्यक्ष भी हैं.
साधुओं के पंजीकरण के लिए विशेष शिविर
52 दिवसीय तीर्थयात्रा 29 जून को दो मार्गों - अनंतनाग में पारंपरिक 48 किमी लंबे नुनवान-पहलगाम मार्ग और गांदरबल में 14 किमी छोटे, लेकिन कठिन बालटाल मार्ग- से शुरू होगी. श्री अमरनाथ श्राइन बोर्ड के अधिकारियों के मुताबिक शहर के शालीमार इलाके में अपंजीकृत तीर्थयात्रियों के लिए ऑन-द-स्पॉट पंजीकरण केंद्र स्थापित किया गया है, वहीं पुरानी मंडी स्थित राम मंदिर परिसर में साधुओं के पंजीकरण के लिए एक विशेष शिविर लगाया गया है.
बेस कैंप में उमड़ रही श्रद्धालुओं की भीड़
अधिकारियों के मुताबिक कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच 1600 तीर्थयात्री कश्मीर की अपनी आगे की यात्रा के लिए भगवती-नगर आधार शिविर पहुंचे. बेसकैंप में भीड़ उमड़ रही है. महिलाओं सहित 800 से ज्यादा साधु पारंपरिक राम मंदिर और गीता भवन पहुंचे. यहां पहुंच रहे श्रद्धालु दक्षिण कश्मीर हिमालय में 3,880 मीटर ऊंचे पवित्र गुफा मंदिर, में प्राकृतिक रूप से बने बर्फ के शिवलिंग के दर्शन करने के लिए उत्साहित हैं.
कड़े सुरक्षा इंतजाम के बीच यात्रा
सरक्षा की बात की जाए तो जम्मू-कश्मीर पुलिस की सुरक्षा विंग ने जम्मू में अमरनाथ बेस कैंप के आसपास के इलाके में तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं. जम्मू के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) डॉ विनोद कुमार के मुताबिक यात्रा के लिए पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की गई है. भगवती नगर इलाके में बेस कैंप शिविर के लिए तीन स्तरीय सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं. जम्मू शहर में लॉजमेंट और रजिस्ट्रेशन सेंटर भी कड़ी सुरक्षा में हैं. साथ ही पुलिस ने इस हाईवे पर भी सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी है, जहां से हर दिन यात्री गुजरेंगे.
24 घंटे बेस कैंप की निगरानी
सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि शिविर और उसके आसपास चौबीसों घंटे निगरानी रखने के लिए 360-डिग्री कैमरों सहित बॉडी स्कैनर और सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं. उन्होंने बताया कि सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बल की कई कंपनियां तैनात की गई हैं.