सोमवार को जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा से लौट रहे श्रद्धालुओं की बस पर आतंकी हमले में 7 लोगों की मौत हो गई है. इस हमले में कई सुरक्षाबलों समेत 19 लोग घायल हुए है. आतंकियों ने अनंतनाग में बटेंगू के पास श्रद्धालुओं की बस पर फायरिंग की. अब तक की जांच में कई खुलासे हुए हैं. इस हमले के बाद देशभर में अलर्ट जारी कर दिया गया है. मंगलवार सुबह भी अमरनाथ यात्रियों का जत्था बेस कैंप से भारी सुरक्षा के बीच पवित्र गुफा के लिए रवाना हुआ.
जम्मू-कश्मीर की सरकार ने अमरनाथ यात्रा से लौट रहे श्रद्धालुओं की आतंकी हमले में मारे गए मृतकों के लिए 6 लाख रुपये का ऐलान किया है. वहीं गंभीर रूप से घायल लोगों को 2 लाख रुपये दिए जाएंगे, मामूली रुप से घायल लोगों को 1 लाख रुपये मिले जाएंगे. वहीं बहादुरी का प्रदर्शन कर लोगों की जान बचाने वाले ड्राइवर सलीम शेख को 3 लाख रुपये और बहादुरी पुरस्कार दिया जाएगा. महाराष्ट्र सरकार ने भी मृतकों के परिजनों को 10-10 लाख रुपये देने की घोषणा की है.
सूरत पहुंचे शव
अमरनाथ यात्रा के दौरान आतंकी हमले में मारे गए श्रद्धालुओं के शव गुजरात के सूरत शहर में पहुंच गए हैं. वायु सेना का विमान इन शवों को लेकर पहुंचा. गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपानी ने सभी मृतकों के लिए 10 लाख रुपये का ऐलान किया है. आपको बता दें कि आतंकी हमले में गुजरात के 5 लोग मारे गए थे. सीएम विजय रुपानी ने सभी घायलों से भी बात की. गुजरात के कुल 17 यात्री घायल हुए थे, सभी को सूरत के अस्पताल में भर्ती किया जाएगा. सीएम विजय रुपानी ने बहादुरी दिखआने के लिए बस ड्राइवर की सराहना की, उन्होंने कहा कि वे ड्राइवर को बहादुरी का अवॉर्ड दिलवाने की सिफारिश करेंगे.
इंटेलीजेंस सूत्रों की मानें तो इस पूरे हमले में 3 से 5 लश्कर-ए-तैयब्बा के आतंकी शामिल थे. लश्कर-ए-तैयब्बा का आतंकी इस्माइल इन आतंकियों के ग्रुप का नेतृत्व कर रहा था.
आज तक की टीम अनंतनाग हमले से जुड़ी ग्राउंड रिपोर्ट आपके सामने लेकर आई है. शुरुआती जांच के अनुसार, श्रीनगर से जम्मू की ओर जा रही बस जैसे ही अनंतनाग में बटेंगू के पास पहुंची बाइक से आए आतंकियों ने बस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. बस के चालक ने रफ्तार तेज कर बस को अगले चौक तक पहुंचाया. आतंकी अंधाधुंध फायरिंग के बाद भाग गए. इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयब्बा ने ली है. हाल के दिनों में सुरक्षाबलों ने अपने कई ऑपरेशनों में लश्कर आतंकियों के ढेर किया है. पिछले हफ्ते ही सुरक्षाबलों ने 17 घंटे चले ऑपरेशन में लश्कर कमांडर बशीर लश्करी समेत 3 आतंकियों को ढेर कर दिया था.
कब-क्या हुआ?
- बटांगू के इस रास्ते पर हमले से करीब 50 मिनट पहले ही सुरक्षा को हटाया गया था. करीब 8.20 बजे आतंकियों ने बस को निशाना बनाया.
- हमले के दौरान वहां पर मौजूद कई गाड़ियों को भी गोलियां लगी.
- हमले के दौरान आर्मी और पुलिस ने भी आतंकियों पर फायरिंग की गई. क्रॉस फायरिंग में ही कई गोलियां चली.
- हमला करने के बाद हमलावर एक गली से भाग निकले, सबसे पहले पुलिस की गाड़ी पर हमला हुआ, तभी बस बीच में आ गई, और बस पर भी गोलियां हुईं, हमला करने के बाद नेशनल हाइवे पर कड़ी सुरक्षा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि शांतिपूर्ण अमरनाथ यात्रियों पर कायरतापूर्ण हमले पर दुख जताने के लिए शब्द नहीं हैं. उन्होंने कहा कि भारत ऐसे कायरतापूर्ण हमलों और घृणा के नापाक मंसूबों के आगे झुकने वाला नहीं है. पीएम ने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया. वहीं इस हमले के बाद कश्मीर घाटी में एक बार फिर इंटरनेट सेवा बैन कर दिया गया है.