जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने अमरनाथ यात्रियों पर हुए हमले को लेकर दुख प्रकट किया है. उन्होंने कहा कि अनंतनाग में अमरनाथ यात्रियों पर हुआ आतंकी हमला सभी मुस्लिमों और कश्मीरियों पर धब्बा है.
अनंतनाग में एक अस्पताल में घायलों से मिलते हुए उन्होंने कहा कि इस घटना को लेकर हर कश्मीरी का सिर शर्म से झुक गया है. साथ ही उन्होंने कहा कि तीर्थयात्री तमाम मुश्किलों के बावजूद यात्रा के लिए हर साल कश्मीर आते हैं. इस सात लोगों की मौत हो गई. मेरे पास इसकी निंदा करने के लिए कोई शब्द नहीं हैं. मुझे आशा है कि सुरक्षा बल और जम्मू कश्मीर पुलिस साजिशकर्ताओं को गिरफ्तार करके उनके खिलाफ कड़ी कार्वाई करेगी. साथ ही उन्होंने कहा कि हम अपराधियों को सजा दिलाने तक चुप नहीं बैठेंगे.
वहीं अलगाववादी नेताओं ने इस आतंकवादी हमले की निंदा करते हुए कहा कि घटना कश्मीरी संस्कार के खिलाफ है. एक संयुक्त बयान में अलगाववादी हुर्यित नेता सैयद अली गिलानी, मीरवाइज उमर फारूक और यासिन मलिक ने सात अमरनाथ यात्रियों के मारे जाने पर शोक प्रकट किया.
उन्होंने कहा कि घटना कश्मीरी परंपरा के बिल्कुल विपरीत है. अमरनाथ यात्रा सदियों से शांतिपूर्ण तरीके से चलती रही है और यह वाषर्कि गति का हिस्सा है और रहेगा. उन्होंने कहा शोकसंतप्त परिवारों के लिए हम बहुत दुखी हैं और हम अपनी संवेदना प्रकट करते हैं.
अमरनाथ यात्रियों पर हुआ आतंकी हमला
जम्मू-कश्मीर में बाबा बर्फानी के दर्शन करने गए श्रद्धालुओं पर आतंकियों ने हमला कर दिया. सोमवार रात करीब 8.20 बजे बाइक सवार 2 आतंकियों ने बस पर गोलीबारी की, इसमें 7 लोगों की मौत हो गई. वहीं 19 श्रद्धालु घायल भी हो गए. यह हमला अनंतनाग के बटेंगू क्षेत्र में हुआ . मृतकों में 5 महिलाएं शामिल हैं. श्रद्धालुओं पर इस हमले के बाद पूरे देश में गुस्सा है, पीएम मोदी ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की. उन्होंने जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल एन एन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से बात की और हरसंभव मदद का आश्वासन दिया.