कश्मीर के मोहुरा स्थित भारतीय सेना की छावनी पर आतंकियों के हमले को ISI के एक मेजर ने अंजाम दिया है. उसकी ही देखरेख और निर्देशन में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों ने यह हमला किया था.
एक अंग्रेजी अखबार ने भारतीय गुप्तचर सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि उड़ी सेक्टर की छावनी पर हमला पाकिस्तानी जासूसी एजेंसी आईएसआई के सीनियर अफसरों के सीधे निर्देश और देखरेख में हुआ था. इस हमले में कुल 11 सुरक्षाकर्मी मारे गए थे और यह इस साल का सबसे बड़ा हमला था.
गुप्तचर सूत्रों के मुताबिक, उस हमले के बाद सीमा पार में काफी तरह के संदेशों का आदान-प्रदान हुआ, जिसे सुनने के बाद पता चला कि इस हमले में आईएसआई का बड़ा हाथ है. पाकिस्तानियों की बातचीत से पता चला कि आईएसआई के एक मेजर की भूमिका इसमें है और उसने ही लश्कर के छह आत्मघातियों को ट्रेन किया था.
आईएसआई इस तरह के हमलों के लिए वहां बैठे आतंकी संगठनों के युवकों को ट्रेनिंग देता रहता है. मुबंई हमलों में भी इसी तरह से आईएसआई के एक मेजर का हाथ था. पाकिस्तानी फौज जानती है कि वह भारत से आमने-सामने की लड़ाई में जीत नहीं सकती इसलिए वह इस तरह के हमले करवाती है.