जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने अनंतनाग विधानसभा सीट पर उपचुनाव स्थगित करने को लेकर जम्मू-कश्मीर सरकार के फैसले पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि चुनाव नहीं होना महबूबा मुफ्ती के अगुवाई वाली प्रदेश की पीडीपी-बीजेपी गठबंधन सरकार के लिए असफलता स्वीकार करने जैसा है. उमर ने कहा कि महबूबा लोगों का सामना करने को लेकर डरी हुई हैं.
जनता के बीच जाने से बच रही है सरकार
उन्होंने कहा कि अनंतनाग विधानसभा सीट उपचुनाव का स्थगन अनुरोध कर महबूबा मुफ्ती ने दिखाया है कि वह घबराई हुई हैं और चुनाव आयोग के पीछे छुप रही हैं. यह हताश भरा और छुपने वाला कदम ये बताता है कि मुख्यमंत्री कितने खराब तरीके से प्रदेश का शासन चला रही हैं और यह पीडीपी-बीजेपी गठबंधन के लिए पराजय की औपचारिक स्वीकरोक्ति है.
जमीनी स्तर पीडीपी की ताकत कमजोर
उमर ने कहा कि मुख्यमंत्री और उनकी सरकार को उपचुनाव में जनता में नकार दिए जाने का डर है, महबूबा यह अच्छी तरह जानती हैं कि जमीनी स्तर पर उनकी पार्टी पूरी तरह उखड़ गई है. इसलिए अपनी पहली ही परीक्षा से भागने का फैसला किया. उमर की मानें तो यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.