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जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर फिर दिखा ड्रोन, 4 हफ्ते पहले हुआ था हमला

जम्मू में वायु सेना स्टेशन पर घातक ड्रोन हमले के कई सप्ताह बाद एक बार फिर बुधवार की सुबह एयर बेस के पास ड्रोन देखा गया है. एयर बेस पर हमले के बाद से ही लगातार ड्रोन को लेकर जम्मू और कश्मीर में ड्रोन नियमों में बदलाव किया जा रहा है.

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27 जून को जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर विस्फोटक गिराने के लिए हुआ ड्रोन का इस्तेमाल (फोटो-PTI)
27 जून को जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर विस्फोटक गिराने के लिए हुआ ड्रोन का इस्तेमाल (फोटो-PTI)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • जम्मू में फिर एयर बेस के पास नजर आया ड्रोन
  • लगातार बढ़ रही घाटी में ड्रोन की मूवमेंट
  • पाकिस्तान की ओर से रची जा रही है साजिश

जम्मू में वायु सेना स्टेशन पर घातक ड्रोन हमले के हफ्तों बाद, बुधवार की सुबह एयर बेस के बाद एक ड्रोन फिर से देखा गया है. बुधवार सुबह करीब 4 बजकर 5 मिनट के करीब एक ड्रोन को एयर बेस से कुछ सौ मीटर की दूरी पर सतवारी में जम्मू एयर बेस के पास देखा गया है. यह ऐसे वक्त में हुआ है, जब घाटी में कई जगहों पर ड्रोन गतिविधियां प्रतिबंधित हैं.

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27 जून को जम्मू में भारतीय वायु सेना (IAF) स्टेशन पर विस्फोटक गिराने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया गया था. ड्रोन हमले में दो लोगों को हल्की चोटें आई थीं, लेकिन हाई सिक्योरिटी जोन में इस तरह की वारदात के सामने आने से एजेंसिया एक्टिव मोड में आ गई थीं. पीएम नरेंद्र मोदी ने ड्रोन पर उभरते खतरे को लेकर एक उच्चस्तरीय बैठक भी बुलाई गई थी.

मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा था कि आतंकी समूहों के बढ़ते खतरे के बीच ड्रोन सुरक्षा के लिए एक नई चुनौती बनकर सामने आया है. उन्होंने कहा था कि बीते महीने जम्मू एयर फोर्स स्टेशन पर हुए हमले की जांच में यह बात सामने आई थी कि यह हमला पाकिस्तान या उसके समर्थिकों की ओर से किया गया है. पाकिस्तान की ड्रोन हमले में संलिप्तता है.

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ड्रोन लगातार बनता जा रहा है खतरा

दिलबाग सिंह ने कहा था कि यह भी कहा था कि पहले सीमा पार से ड्रोन का इस्तेमाल भारतीय क्षेत्र के अंदर मुद्रा, हथियार और गोला-बारूद गिराने के लिए किया जा चुका है. आतंकी गतिविधियों में मानव रहित हवाई वाहनों के इस्तेमाल की शुरूआत हो चुकी है. इसे डिटेक्ट करने के लिए और अधिक प्रयासों की जरूरत है, जिससे इस नए और उभरते खतरे को प्रभावी ढंग से निष्प्रभावी किया जा सके.
 

पाकिस्तान ड्रोन के जरिए रच रहा साजिश

डीजीपी ने कहा था कि जम्मू एयर बेस पर जिस ड्रोन हमले वाले ही दिन, जम्मू के ही दूसरी छोर पर 6 से 7 किलोग्राम के आईईडी को जब्त किया गया था. इसे पाकिस्तान की ओर से एक ड्रोन के जरिए गिराया गया था, जिसे आतंकवादियों ने इकट्ठा किया था. एक आतंकी की गिरफ्तारी भी इस केस में हुई थी.
 

 

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