आर्मी चीफ बिपिन रावत अमरनाथ यात्रा और सुरक्षा के खतरे के बीच शुक्रवार को कश्मीर दौरे पर जाएंगे. यहां वह सुरक्षा स्थिति का जायजा लेंगे. आर्मी चीफ बिपिन रावत यहां सेना के कमांडरों के साथ सुरक्षा पर चर्चा करेंगे. इस बार अमरनाथ यात्रा के दौरान कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं.
सेना प्रमुख जम्मू-कश्मीर पहुचंकर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेंगे. अमरनाथ यात्रा को प्रभावित करने की आतंकी धमकी के बाद सुरक्षाबलों की संख्या भी बढ़ा दी गई है. सेना के साथ-साथ सुरक्षाबलों की भी भारी संख्या में तैनाती की गई है.
अमरनाथ यात्रा में इस वर्ष व्यवस्थाओं पर खास ध्यान दिया गया है और सुरक्षा के साथ-साथ आवश्यकता पड़ने पर ऑक्सीजन, दवाइयां और अन्य सुविधायें उपलब्ध करवाने के लिए आईटीबीपी के जवानों को विशेष तौर पर प्रशिक्षित करके इस बालटाल रूट पर तैनात किया गया है.
यह जवान यात्रा के समय लगातार यात्रियों के बीच ही मौजूद रहते हैं और किसी प्रकार की परेशानी महसूस होने पर फर्स्ट एड और ऑक्सीजन आदि की व्यवस्था करते हैं.
पहली बार यात्रा में चुने हुए और प्रशिक्षित जवान पीठ पर पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ तैनात किए गए हैं. अब तक सैकड़ों यात्रियों को ऑक्सीजन दिया गया है. ये जवान यात्रा मार्ग पर बीमार लोगों की लगातार मदद कर रहे हैं.
Army Chief General Bipin Rawat to visit Jammu & Kashmir tomorrow to review the security situation in the state amid the ongoing Amarnath Yatra. Army & other security forces have been deployed heavily to provide protection to pilgrims against the terrorist threat there. (File pic) pic.twitter.com/Ijp75L00Bx
— ANI (@ANI) July 18, 2019
इस साल एक जुलाई से यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 1.80 लाख से अधिक श्रद्धालु समुद्र तल से 3,888 मीटर ऊपर स्थित बाबा बफार्नी के दर्शन कर चुके हैं. अधिकारियों ने कहा कि एक जुलाई को यात्रा शुरू होने के बाद से अब तक 14 दिनों में 1,82,712 श्रद्धालुओं ने पवित्र शिवलिंग के दर्शन कर चुके हैं. इस साल 45 दिवसीय अमरनाथ यात्रा का समापन 15 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा के साथ होगा.