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आतंकियों की घुसपैठ के लिए खोदी गई थी 150 मीटर लंबी सुरंग: सेना

जम्मू क्षेत्र के संवेदनशील पल्लनवाला सेक्टर में भारत-पाक सीमा के पास हाल ही में मिली 150 मीटर लंबी सुरंग के बारे में रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि यह सुरंग संभवत: आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए थी.

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22 अगस्त 2014 को मिली इस सुरंग की यह पहली तस्वीर है
22 अगस्त 2014 को मिली इस सुरंग की यह पहली तस्वीर है

जम्मू क्षेत्र के संवेदनशील पल्लनवाला सेक्टर में भारत-पाक सीमा के पास हाल ही में मिली 150 मीटर लंबी सुरंग के बारे में रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि यह सुरंग संभवत: आतंकियों की घुसपैठ करवाने के लिए थी.

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उन्होंने कहा, ‘जम्मू मंडल में नियंत्रण रेखा पर से आतंकियों की घुसपैठ करवाने में विफल रहने के बाद (घुसपैठ करवाने के लिए) एक सुरंग बनाने का प्रयास किया गया था.’ प्रवक्ता ने कहा कि 22 अगस्त 2014 को मिली इस सुरंग की लंबाई नियंत्रण रेखा से हमारी ओर लगभग 130 मीटर से 150 मीटर तक की थी और यह सुरंग पाकिस्तान की ओर से शुरू हुई थी. उन्होंने कहा कि यह सुरंग जमीन से लगभग 20 फुट नीचे थी और इसकी ऊंचाई 4 फुट थी.

उधमपुर स्थित उत्तरी कमांड के मुख्यालय पर एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी का मानना है कि पाकिस्तान की ओर से शुरू होने वाली इस सुरंग की खुदाई संभवत: आतंकियों का प्रवेश करवाने और उनके लिए हथियारों एवं नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए की गई. अधिकारी ने कहा कि हालांकि हमें इस संबंध में अब तक कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं.

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प्रवक्ता ने कहा कि भारतीय सेना के चौकस जवानों ने आतंकियों के गलत मंसूबों पर पानी फेर दिया और सुरंग के पूरी तरह तैयार होने से पहले ही उसका पता लगाकर बड़ी आतंकी घटनाएं होने से रोक दीं.

प्रवक्ता ने कहा कि इस इलाके में गश्त करने वाले भारतीय सेना के जवानों ने जमीन में कुछ दबाव महसूस किया और इसकी जांच रेडार एवं अन्य उपकरणों से करने पर उन्हें सुरंग मिली. रक्षा प्रवक्ता ने कहा कि ऐसा लगता है कि यह एक अपूर्ण सुरंग है क्योंकि भारत की ओर उसका कोई निकास नहीं मिला है.

सुरंग पल्लनवाला सेक्टर में चक्ला के पास मिली थी, जहां 22 जुलाई 2014 को सशस्त्र आतंकियों द्वारा घुसपैठ की कोशिश की गई थी और इसमें एक आतंकी मारा गया था और एक जवान को अपना जीवन गंवाना पड़ा था.

अधिकारियों के अनुसार, ‘सेना के जवानों ने इस इलाके में वर्ष 2008 में भी एक सुरंग खोज निकाली थी. 27 जुलाई 2012 को भी सीमा पार से आने वाली एक सुरंग उस समय पाई गई थी, जब बारिश के कारण जम्मू कश्मीर के सांबा जिले में बीएसएफ की चिल्लायरी सीमा चौकी का एक क्षेत्र दो या तीन स्थान से धंस गया. जमीन धंसने के बाद, इसकी वजह का पता लगाने के लिए खुदाई की गई. लेकिन अधिकारियों को वहां एक सुरंग देखकर काफी हैरानी हुई. यह सुरंग पाकिस्तान की ओर से सांबा में आ रही थी.’

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सुरंग 3 गुणा 3 फुट की थी और चिल्लायरी सीमा चौकी एवं पाकिस्तान के नंबेरियाल सीमा चौकी के बीच में बनी थी. जमीनी स्तर से 25 फुट नीचे खोदी गई इस सुरंग की भारत की ओर लंबाई 400 मीटर थी.

प्रवक्ता ने कहा, ‘यह सुरंग हाल ही में खोदी गई लगती है. इसमें दो इंच के पाईप के जरिए हवा भेजी जा रही थी. हम हर पहलू की जांच कर रहे हैं.’

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