देश में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के कोहराम के बीच वैक्सीनेशन की रफ्तार बढ़ाने की मांग जब जोर पकड़ रही थी. देशभर में कोरोना की वैक्सीन की कमी को लेकर हो-हल्ला मचा था, तब जम्मू कश्मीर में डोर टू डोर वैक्सीनेशन कैंपेन की शुरुआत हो गई थी. अब डोर टू डोर वैक्सीनेशन के नतीजे भी दिखने लगे हैं. दुर्गम इलाकों में भी वैक्सीनेशन का कार्य तेजी से चल रहा है.
जम्मू कश्मीर के बांदीपुरा जिले के एक गांव ने वैक्सीनेशन को लेकर रिकॉर्ड बनाया है. बांदीपुरा जिले का वेयान गांव देश का पहला ऐसा गांव बन गया है जहां की 100 फीसदी आबादी को कोरोना की वैक्सीन लग गई है. वेयान 100 फीसदी वैक्सीनेशन वाला पहला गांव बन गया है. जानकारी के मुताबिक गांव में रहने वाले 18 साल से अधिक उम्र के करीब 600 लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगाई जा चुकी है.
बांदीपुरा के इस गांव की आबादी 2011 की जनगणना के मुताबिक 609 लोगों की है. विकट भौगोलिक संरचना वाले वेयान गांव तक पहुंचने के लिए वैक्सीनेशन में लगे कर्मचारियों को करीब 20 किलोमीटर की दूरी पैदल ही तय करनी पड़ी. उत्तरी कश्मीर के बांदीपुरा जिले में स्थित यह गांव रिमोट एरिया में पड़ता है. यहां तक पहुंचने के लिए साधन की व्यवस्था नहीं है.
वैक्सीनेशन ड्यूटी में तैनात स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी तमाम दुश्वारियों के बावजूद वेयान गांव तक पहुंचे. अधिकारियों के मुताबिक इस गांव के ज्यादातर लोग खानाबदोश हैं और ऊपर के इलाकों में जाते रहते हैं. अधिकारियों का कहना है कि ऐसे में इनके किसी अन्य स्थान पर जाने से पहले वैक्सीनेशन किया जाना महत्वपूर्ण था. यह गांव 100 फीसदी वैक्सीनेशन का रिकॉर्ड बनाकर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में आ गया.