बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने गुरुवार को कहा कि उनकी पार्टी और पीडीपी जम्मू कश्मीर में गठबंधन सरकार बनाने के लिए तैयार है. अभी दोनों पार्टियां न्यूनतम साझा कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के आखिरी चरण में हैं और मुख्यमंत्री पद के मुद्दे पर उसके बाद ही विचार किया जाएगा.
शाह ने एक निजी न्यूज चैनल से कहा, 'न्यूनतम साझा कार्यक्रम बनाने की प्रक्रिया चल रही है. यह आखिरी चरण में पहुंच गया है लेकिन अभी पूरा नहीं हुआ है.' गौरतलब है कि इससे पहले पीडीपी ने BJP को समर्थन के बदले धारा 370 को मजबूत बनाने, शांतिपूर्ण इलाकों से आफ्सपा कानून हटाने और मुफ्ती मोहम्मद सईद को पूरे 6 साल के लिए मुख्यमंत्री बनाने की शर्त रखी थी. याद रहे कि बीजेपी धारा 370 के खिलाफ और आफ्सपा को बनाए रखने के पक्ष में रही है. ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि दोनों पार्टियों के बीच न्यूनतम साझा कार्यक्रम में किन मुद्दों पर सहमति बनती है.
अमित शाह ने कहा, 'न्यूनतम साझा कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के बाद ही मुख्यमंत्री कौन होगा और किस पार्टी से होगा, जैसे मुददों पर चर्चा की जाएगी. इसके बाद ही इन सब पर विचार विमर्श होगा.' उन्होंने कहा कि फिलहाल यह समझना चाहिए कि दोनों दल राज्य के राज्यसभा चुनावों में मदद के लिए एक दूसरे के साथ आए हैं.
शाह इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि क्या राज्यसभा चुनावों में एकसाथ आना इस बात का स्पष्ट संकेत है कि दोनों पार्टियों ने मुख्यमंत्री पद सहित राज्य की अगली सरकार बनाने से जुड़े विषयों को सुलझा लिया है. बीते साल दिसंबर में हुए विधानसभा चुनावों में खंडित जनादेश आने के बाद राज्य में राज्यपाल शासन लगा दिया गया था.
(इनपुट: भाषा)