जम्मू-कश्मीर में सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस पार्टी को ‘पिता-पु़त्र’ की पार्टी कहने के बीजेपी के बयान पर पलटवार करते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने कहा कि उनकी पार्टी का संचालन जनता करती है, जबकि बीजेपी का रिमोट कंट्रोल नागपुर से चलता है.
उमर ने बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्विटर पर लिखा, ‘देखिए कौन चिढ़ रहा है. कम से कम मेरी पार्टी का संचालन लोग करते हैं जो चुनाव लड़ते हैं ना कि मेरी पार्टी नागपुर से रिमोट कंट्रोल से चलती है.’
उन्होंने कहा कि बीजेपी के लोगों को अपनी पार्टी में या उनसे जुड़े पिता-पुत्र की जोड़ी से कोई दिक्कत नहीं है.
इससे पहले बीजेपी में अंदरूनी घटनाक्रम पर उमर के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए जम्मू-कश्मीर में पार्टी के मुख्य प्रवक्ता जितेन्द्र सिंह ने कहा था, ‘उमर इस बात को नहीं सराह सकते. कई अन्य दलों के विपरीत बीजेपी स्वस्थ लोकतांत्रिक पार्टी है. बीजेपी ‘पिता-पुत्र’ या ‘मां-पुत्र’ वाली पार्टी नहीं है.’
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने मंगलवार को कहा था कि बीजेपी के लिए इसका कोई महत्व नहीं है कि उसके वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी इसलिए हट गये क्योंकि पार्टी में उनकी राय की अनदेखी की जा रही थी.
उमर ने ट्विटर पर लिखा था, ‘यदि उनकी राय का कल आपके लिए कोई महत्व नहीं था तो आज उनका इस्तीफा आपके लिए संकट कैसे बन गया.’ उनकी यह टिप्पणी आडवाणी द्वारा सोमवार को पार्टी के तीन महत्वपूर्ण पदों से इस्तीफे की पेशकश किये जाने की पृष्ठभूमि में आई थी.
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