जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में DSP मोहम्मद अयूब पंडित की हत्या के बाद लेफ्ट नेता बृंदा करात ने बड़ा बयान दिया है. जहां एक ओर अयूब की हत्या को लेकर देश भर में गुस्सा है, वहीं दूसरी ओर करात ने इस मामले में न सिर्फ मीरवाइज का बचाव किया, बल्कि अलगाववादियों से बातचीत की वकालत भी की. करात ने कहा कि डीएसपी की हत्या के लिए अलगाववादी नेता मीरवाइज को जिम्मेदार ठहराना अनुचित है. उन्होंने कहा कि कश्मीर मसला एक राजनीतिक है और इसको बातचीत के जरिए सुलझाना चाहिए.
लेफ्ट नेता करात ने कहा कि इस तरह एक पुलिस अधिकारी की हत्या बेहद शर्मनाक है. हालांकि उन्होंने कहा कि वह यह नहीं कहेंगी कि DSP की हत्या के लिए अलगाववादी नेता मीरवाइज जिम्मेदार है. हम कैसे कह सकते हैं कि इस हत्या के लिए मीरवाइज जिम्मेदार है? हमारे विचारों पर मतभेद हो सकते हैं, लेकिन मीरवाइज को हत्या के लिए जिम्मेदार ठहराने से बचना चाहिए. मालूम हो कि श्रीनगर में गुस्साई भीड़ ने रात के समय एक DSP मोहम्मद अयूब पंडित की पीट-पीटकर हत्या कर दी थी. अयूब नौहटा की मशहूर जामिया मस्जिद के बाहर ड्यूटी पर तैनात थे. अब इस मामले में कुछ अन्य बातें भी खुलकर आ रही हैं. रिपोर्ट्स की मानें, तो भीड़ इस तरह का एक्शन करेगी यह पहले से ही तय था.
भीड़ के द्वारा उठाया गया कदम बिल्कुल भी एक अचानक कदम नहीं लगता है. यह एक प्री-प्लानड साजिश थी. ऐसा लगता है कि भीड़ जानबूझ कर मजलिस से पहले इस तरह का माहौल बनाना चाहती थी. इस घटना के बाद आर्मी की संख्या को बढ़ा दिया गया है. वहीं जिस सेना को नेशनल हाइवे के पास तैनात किया गया था, वह अब अंदर के इलाके में पहुंच गई है. जिसके बाद सर्च ऑपरेशन में तेजी ला दी गई है.