जम्मू-कश्मीर के कुलगाम में गुरुवार को सुरक्षाबलों के साथ हुई मुठभेड़ में 5 आतंकी मारे गए. इसमें फारूक नाली और हिज्बुल मुजाहिदीन के 4 आतंकवादी शामिल हैं. फारूक नाली वही आतंकी था जो बुरहान वानी का आखिरी जीवित साथी था. फारूक नाली सबसे उम्रदराज हिज्बुल कमांडर था, जो A++ कैटेगरी का था. उसके नाम पर 37 आतंकी FIR दर्ज थीं और उसके सिर पर 10 लाख का इनाम था.
घाटी में हिज्बुल मुजाहिदीन को बड़ा झटका देते हुए दक्षिण कश्मीर के कुलगाम में बेहीबाग के पास 10 घंटे लंबे ऑपरेशन में हिज्बुल के 5 आतंकवादी मारे गए. खुफिया जानकारी के आधार पर संयुक्त बल यानी 34RR, जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप और सीआरपीएफ ने कादर गांव में दबिश दी. जैसे ही तलाशी अभियान शुरू किया गया, एक घर में छिपे आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलीबारी शुरू कर दी. इसके बाद भीषण गोलीबारी शुरू हो गई.
अधिकारियों ने बताया कि तड़के शुरू किए गए अभियान में सुरक्षाबल के 2 जवान घायल हो गए. संदिग्ध आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने बुधवार रात जिले के बेहीबाग इलाके के कद्देर में घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया था. उन्होंने बताया कि तलाशी अभियान मुठभेड़ में बदल गया, क्योंकि आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर गोलियां चला दीं, सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की. कई घंटों तक गोलीबारी जारी रही. आतंकवादियों ने घर छोड़कर पास के बगीचे में भागने की कोशिश की, हालांकि सुरक्षाबलों की गोलीबारी से उनका प्रयास विफल हो गया और मुठभेड़ में 5 आतंकी मारे गए.
आतंकियों के पास से 5 एके राइफल, गोला-बारूद, ग्रेनेड सहित भारी मात्रा में हथियार और युद्ध सामग्री बरामद हुई. इन 5 आतंकवादियों के खात्मे से न केवल शोपियां और कुलगाम में हिज्बुल की मौजूदगी खत्म हुई है, बल्कि कश्मीर में आतंकवाद को भी बड़ा झटका लगा है.
फारूक नाली को A++ आतंकी की कैटेगरी में डाला गया था, उसके खिलाफ 37 एफआईआर दर्ज थीं और उसके सिर पर 10 लाख का नकद इनाम था. वह वेश बदलने में माहिर था, नाली सुरक्षाबलों की घेराबंदी और तलाशी अभियानों से कई बार भागने में सफल रहा था. उसे पकड़ने के लिए विशेष रूप से गठित की गई पुलिस के अनुसार हालिया घटना अक्टूबर में हुई थी, जब इसी तरह के ऑपरेशन के दौरान वह मोटरसाइकिल पर भागकर सुरक्षा बलों को चकमा देने में कामयाब रहा था.