केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने जम्मू कश्मीर बैंक के मुंबई में ऑफिस के लिए भवन खरीद में कथित अनियमितताओं के संबंध में मंगलवार को 8 ठिकानों पर एक साथ छापेमार कार्रवाई की. ये कार्रवाई बैंक के पूर्व अध्यक्ष हसीब द्राबू, अशोक कुमार मेहता, विक्रांत कुठियाला और एम इब्राहिम शाहदाद के ठिकानों पर की गई है. सीबीआई ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद करने का दावा किया है.
बता दें कि मुंबई में एकीकृत कार्यालय के लिए बैंक ने करीब 180 करोड़ रुपए में आकृति गोल्ड इमारत की खरीद की थी. इस मामले में सीबीआई ने पिछले साल 11 नवंबर में प्राथमिकी दर्ज की. उसके बाद मुंबई, श्रीनगर और जम्मू में आठ स्थानों पर तलाशी ली गई. सीबीआई ने जम्मू कश्मीर सरकार के एक संदर्भ पर केस दर्ज किया था.
सीबीआई ने मंगलवार को बैंक के तत्कालीन निदेशक एमआई शाहदाद और विक्रांत कुठियाला, कार्यकारी निदेशक एके मेहता के परिसरों की भी तलाशी ली. मामले में दूसरी बार तलाशी अभियान चलाया गया है. चारों बैंक की संपदा समिति के सदस्य भी थे.
सीबीआई के प्रवक्ता आरसी जोशी ने बताया कि सीबीआई ने जम्मू, श्रीनगर और मुंबई समेत आठ स्थानों पर निदेशक मंडल की संपदा समिति के तत्कालीन सदस्यों के परिसरों में तलाशी ली, जिसमें जम्मू कश्मीर बैंक के तत्कालीन अध्यक्ष, तत्कालीन निदेशक, तत्कालीन कार्यकारी निदेशक शामिल हैं. सीबीआई ने पहले भी मुंबई, हैदराबाद और कोलकाता सहित विभिन्न स्थानों पर तलाशी ली थी.
उन्होंने बताया कि तलाशी के दौरान कई दस्तावेज, इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य, कई बैंक खाते की डिटेल और बैंक लॉकर की चाबियां बरामद की गई हैं. सीबीआई ने आरोप लगाया है कि बैंक ने बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) में अपने शाखा कार्यालय के लिए आकृति गोल्ड के साथ ‘शॉर्टलिस्ट’ किए गए अन्य बिल्डर की पेशकश की तुलना में बहुत ज्यादा रेट पर सौदा किया, जिससे बैंक को 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ. मामले में पहले जम्मू कश्मीर पुलिस की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा ने जांच की थी. स्थानीय पुलिस ने शुरुआती जांच के बाद प्राथमिकी दर्ज की थी.