सीमा पर एक महीने तक शांति बनाए रखने के बाद बुधवार शाम पाकिस्तानी सैनिकों ने एक बार फिर सीजफायर का उल्लंघन किया है. पाक ने जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा के पास तीन सब सेक्टर में भारी गोलीबारी की और मोर्टार दागे. जवाब में भारती की ओर से भी कार्रवाई की गई.
एक वरिष्ठ सैन्य अधिकारी ने बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने बिना किसी उकसावे के जम्मू-कश्मीर में नियंत्रण रेखा पर गोलीबारी की और मोर्टार दागे. उन्होंने कहा, 'पाकिस्तानी सैनिकों ने पुंछ जिले में नियंत्रण रेखा पर मंडी और सब्जियान सब सेक्टर में भारी गोलीबारी की और 81 एमएम के मोर्टार बम दागे. पाक सैनिकों ने कश्मीर घाटी में एक अग्रिम इलाके में भी गोलीबारी की.'
अधिकारी ने आगे बताया कि पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन बिना किसी उकसावे के किया है. मोर्टार दागे जाने के अलावा हल्के हथियारों और ऑटोमैटिक हथियारों से भी गोलीबारी किए जाने की खबर है. एक रक्षा प्रवक्ता ने बताया कि उकसावे के कारण भारतीय सैनिकों ने भी उचित जवाब दिया. दोनों ओर से रूक-रूक कर गोलीबारी जारी है.
पाकिस्तान की ओर से जम्मू-कश्मीर में भारत-पाक सीमा पर संघषर्विराम का उल्लंघन एक महीने और चार दिन बाद हुआ है. पाकिस्तानी रेंजरों ने जम्मू की अखनूर तहसील के परागवल इलाके में 26-27 अगस्त की रात को स्वचालित मशीनगनों से बिना किसी उकसावे के भारतीय बीओपी पर गोलीबारी की थी.
1971 के युद्ध के बाद से सबसे अधिक 45 दिनों तक पाकिस्तानी सैनिकों की गोलीबारी से सीमा पर उत्पन्न तनाव को कम करने के मकसद से भारत और पाकिस्तान ने 29 अगस्त को एक महत्वपूर्ण बैठक की थी. सेक्टर कमांडर (डीआईजी, ब्रिगेडियर) स्तर की आरएस पुरा सेक्टर में ओक्टीरियो बीओपी पर हुई इस फ्लैग मीटिंग में गोलीबारी को बंद कर शांति तथा समरसता बनाए रखने का फैसला किया गया था.
28 अगस्त को बीएसएफ के जवानों ने जम्मू-कश्मीर के सांबा सेक्टर में बलार्ड पोस्ट पर अंतराष्ट्रीय सीमा पर रेंजरों के साथ एक फ्लैग मीटिंग की थी और दोनों पक्षों ने एक दूसरे को संघषर्विराम का सम्मान करने को कहा था. बीएसएफ के अनुसार पिछले 45 दिनों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर पाकिस्तानी बलों की गोलीबारी 1971 के युद्ध के बाद संभवत: ‘सबसे भारी’ गोलीबारी थी.
हालिया महीनों में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तान द्वारा 95 बार संघषर्विराम का उल्लंघन हुआ है और अंतराष्ट्रीय सीमा पर 25 बार संघषर्विराम समझौतों को तोड़ा गया. भारत ने 26 अगस्त को डीजीएमओ स्तर के हाटलाइन संपर्क में पाकिस्तानी रेंजरों के समक्ष इसे लेकर कड़ा विरोध दर्ज कराया था. पाकिस्तान ने 17 जुलाई से 45 दिनों के भीतर कम से कम 34 बार संघषर्विराम समझौते का उल्लंघन किया है.