कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने गुलाम नबी आजाद की पार्टी डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (DAP) पर तंज कसा है. जयराम रमेश ने कहा है कि ये पार्टी अब डिस्पेयरिंग आजाद पार्टी (Disappearing Azad Party) बन गई है. दरअसल कांग्रेस से अलग होकर नई पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आजाद की पार्टी डीएपी को हाल ही में कई लोगों ने छोड़ दिया था.
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इंडियन यूथ कांग्रेस के नेता जहांजैब सिरवाल के एक ट्वीट पर टिप्पणी हुए ये बातें कहीं. इस ट्वीट में सिरवाल ने डीएपी के दो नेताओं चौधरी निजामुद्दीन और चौधरी गुलजार अहमद का पार्टी से इस्तीफा पत्र को दिखाया था और लिखा था कि मेलबर्न के बाद जिस पिच पर सबसे तेजी से सबसे ज्यादा विकेट गिरे हैं वो है डीएपी.
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जयराम रमेश ने ट्वीट किया, "Disappearing Azad Party".
Disappearing Azad Party https://t.co/aau1DqqvbE
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) January 10, 2023
बता दें कि पिछले सप्ताह जम्मू कश्मीर में डीएपी के 17 नेताओं ने पार्टी छोड़ दी थी. पार्टी छोड़ने वालों में पूर्व उप मुख्यमंत्री ताराचंद, पीरजादा मोहम्मद सईद भी शामिल थे. ये लोग DAP छोड़कर एक बार फिर से कांग्रेस में शामिल हो गए थे. डीएपी से लौटने पर कांग्रेस ने इन नेताओं का स्वागत किया था और कहा था कि ये नेता '2 महीनों की छुट्टी' पर थे.
DAP में शामिल हुए कई नेता
गुलाम नबी आजाद की पार्टी छोड़ने के लिए जयराम रमेश ने भले ही उनकी पार्टी का मजाक उड़ाया हो लेकिन मंगलवार को जम्मू कांग्रेस के कई नेता आजाद की पार्टी डीएपी में शामिल हुए. इनमें लाला देवी दास, सौधार सिंह सैनी, अश्विनी शर्मा, अशोक भगत, स्वर्ण भगत, बिसन भगत, सोमनाथ डोगरा और कई दूसरे नेता शामिल थे. इन नेताओं ने गुलाम नबी आजाद की मौजूदगी में DAP का दामन थामा. इस मौके पर आजाद ने इन नेताओं को आश्वासन दिया कि वह सभी को साथ लेकर चलेंगे और जम्मू सुनिश्चित करेंगे कि जम्मू कश्मीर देश के शीर्ष विकसित केंद्र शासित प्रदेशों में से एक बने.
गुलाम नबी आजाद ने कहा, "लोग धीरे-धीरे जम्मू-कश्मीर के लिए विकास के हमारे एजेंडे को समझ रहे हैं और उसका समर्थन कर रहे हैं. दूसरी पार्टियों से नए चेहरों का शामिल होना उनकी बदलाव की इच्छा को दर्शाता है. डीएपी एक वैकल्पिक ताकत है और हम परिवर्तन और विकास में विश्वास करते हैं.
बता दें कि गुलाम नबी आजाद कुछ ही महीने पहले कांग्रेस के दिग्गज नेता थे. कांग्रेस आलाकमान से मतभेद के बाद उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी और अपनी पार्टी बनाई थी.