कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद की राज्यसभा से विदाई और राहुल गांधी के 'उत्तर-दक्षिण' वाले बयान के बाद पार्टी के सीनियर नेता आज जम्मू में जुट रहे हैं. दूसरी तरफ राहुल गांधी आज से तमिलनाडु के चुनावी दौरे पर हैं.
ये वे 23 नेता हैं जिन्होंने शीर्ष नेतृत्व पर सवाल खड़े किए थे. इन्हें G-23 के नाम से भी जाना जाता है. जम्मू पहुंचने वालों में हरियाणा के पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व यूपी कांग्रेस प्रमुख राज बब्बर, पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा और कपिल सिब्बल शामिल हैं. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद विवेक तन्खा और पूर्व केंद्रीय मंत्री मनीष तिवारी के भी उनके साथ आने की संभावना है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आज जम्मू में गांधी ग्लोबल फैमिली नामक एक एनजीओ के समारोह में मंच साझा करने जा रहे हैं. गुलाम नबी आज़ाद इस एनजीओ के प्रमुख हैं.
कयास लगाए जा रहे हैं कि ये 'असंतुष्ट' नेता पार्टी के कामकाज पर सवाल खड़े कर सकते हैं. जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के सूत्रों ने इंडिया टुडे को बताया कि वरिष्ठ नेताओं का दौरा आधिकारिक नहीं है.
सूत्रों ने बताया, "न तो हमने इन नेताओं की यात्रा के लिए कहा है और न ही दिल्ली में पार्टी आलाकमान ने उन्हें जम्मू का दौरा करने के लिए प्रतिनियुक्त किया है. लेकिन आजाद साहब की जम्मू यात्रा के बारे में पता चलने के बाद, हमने उनसे जम्मू कश्मीर इकाई के कांग्रेस कमेटी का कार्यालय में नेताओं से मिलने का अनुरोध किया.''
यहां यह उल्लेख करना महत्वपूर्ण है कि कांग्रेस में "असंतुष्टों के समूह" को राहुल गांधी की हालिया 'उत्तर-दक्षिण' टिप्पणी से नाखुश माना जा रहा है. कांग्रेस के ये सीनियर नेता गुलाब नबी आजाद को फिर से राज्यसभा के लिए नामित न किए जाने से भी नाराज हैं.
हालांकि, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के सूत्रों ने कहा कि जम्मू में पार्टी के नेताओं के साथ बातचीत के दौरान आजाद ने स्पष्ट कर दिया कि वह कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने नहीं जा रहे हैं. माना जाता है कि उन्हें जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए कहा गया है.
इस बीच, शुक्रवार को जम्मू में पार्टी कार्यालय के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, आजाद ने कहा कि कांग्रेस आगामी 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में विधानसभा चुनाव लड़ने जा रही थी. गुलाम नबी आजाद ने इंडिया टुडे के सवाल के जवाब में कहा, "हम पूरी ताकत से चुनाव लड़ेंगे. हम मजबूत लड़ाई लड़ेंगे.
इस सवाल पर कि क्या वह अब जम्मू-कश्मीर की राजनीति में वापस आएंगे, गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उन्हें जम्मू-कश्मीर सहित पूरे देश की चिंता है.
दूसरी ओर, जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष जीए मीर ने शुक्रवार को कहा कि आने वाले दिनों में गुलाम आजाद जम्मू-कश्मीर की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
जीएम मीर ने शुक्रवार को कहा, "हम खुश हैं कि आज़ाद साहब ने जम्मू में पार्टी कार्यालय का दौरा किया. वह 3 दिन की जम्मू यात्रा पर हैं. उन्होंने पार्टी नेताओं के साथ विचार-विमर्श किया. मुझे अन्य वरिष्ठ केंद्रीय नेताओं की यात्रा के बारे में जानकारी नहीं है. उस पर कोई टिप्पणी नहीं कर सकता. जहां तक आजाद साहब का सवाल है, उनका नेतृत्व और राजनीतिक कौशल जम्मू-कश्मीर में पार्टी की मदद करने वाला है. वह हमारे वरिष्ठ नेता हैं. वह जम्मू-कश्मीर की राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. जम्मू-कश्मीर में सीएम का चेहरा पार्टी हाई कमान उन्हें बना रहा है."