जम्मू कश्मीर में सरकार बनाने को लेकर गहमागहमी जारी है. बीजेपी के जनरल सेक्रेटरी राम माधव राज्यपाल एनएन वोहरा से मिलने पहुंचे. इस मुलाकात में जुगल किशोर शर्मा भी शामिल थे. सूत्रों की माने तो इस मीटिंग में सरकार बनाने को लेकर बातचीत हुई. वोहरा से मुलाकात के बाद राम माधव और जुगल किशोर राज भवन रवाना हो गए.
इससे पहले मुख्यमंत्री पद को लेकर बीजेपी के प्रस्ताव को पीडीपी की ओर से खारिज किए जाने के बाद कांग्रेस ने पीडीपी को सीएम पद देने सहित बिना शर्त समर्थन देने के लिए हामी भर दी है. राज्य में कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता गुलाम नबी आजाद ने कहा कि पीडीपी 6 साल तक सीएम का पद अपने पास रखे, हमारा बिना शर्त समर्थन पीडीपी को है.
आजाद ने कहा, 'मुफ्ती साहब को बीजेपी के दबाव में नहीं आना चाहिए, कांग्रेस का लिखित का सपोर्ट मैं उन्हें देने को तैयार हूं. बीजेपी सरकार बनाने के लिए सौदेबाजी ना करे और ना ही फंड देने के नाम पर पीडीपी के ऊपर दबाव बनाए.' गौरतलब है कि इससे पहले बीजेपी ने पीडीपी को 3 साल के सीएम रोटेशन फॉर्मूले का प्रस्ताव दिया था. सूत्रों के मुताबिक पीडीपी ने इस फॉर्मूले को खारिज कर दिया है.
इसके बाद कांग्रेस ने पुरजोर तरीके से एक बार फिर से पीडीपी को अपने समर्थन की बात दोहराई है. खबर यह भी है कि पीडीपी अपनी धुर विरोधी नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के साथ महागठबंधन करने की तैयारी में है.
दूसरी ओर, मुस्लिम बहुल राज्य में सत्ता में आने के प्रयास कर रही बीजेपी ने पीडीपी के साथ नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ भी बात की है, वहीं पीडीपी के मुख्य प्रवक्ता नईम अख्तर ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के साथ महागठबंधन को भी एक विकल्प बताने संबंधी इशारा दिया है. हालांकि, ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि यह बीजेपी पर दबाव बनाने की रणनीति भी हो सकती है, जिसके लिए पीडीपी ने कड़ी शर्तें लगा दी हैं.
चुनाव में बीजेपी की प्रचार समिति के अध्यक्ष रहे विधायक निर्मल सिंह ने नई दिल्ली में सोमवार रात कहा कि उनकी पार्टी अन्य दलों से बातचीत कर रही है और सभी विकल्प खुले हैं. इस बीच पीडीपी की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती जम्मू-कश्मीर में सरकार गठन के मुद्दे पर बुधवार को प्रदेश के राज्यपाल एनएन वोहरा से मुलाकात करेंगी. वोहरा ने राज्य में सरकार गठन के मसले पर विचार विमर्श के लिए शुक्रवार को महबूबा और बीजेपीप्रदेश अध्यक्ष जुगल किशोर शर्मा को अलग-अलग वार्ता के लिए बुलाया था.
बीजेपी का साथ और जनता की राय
राज्य में अगली सरकार के गठन के लिए पार्टी के भीतर विचार विमर्श में जुटी पीडीपी ने अपने नवनिर्वाचित विधायकों को ऐसी किसी संभावना पर जानकारी जुटाने के लिए अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जाने को कहा है. पार्टी विधायकों के साथ दो दिवसीय अनौपचारिक चर्चा की समाप्ति पर पीडीपी के संरक्षक मुफ्ती मोहम्मद सईद ने उनसे कहा कि वे बीजेपी के साथ अगली सरकार बनाने की संभावनाओं पर जनता का मूड जानने के लिए अपने अपने निर्वाचन क्षेत्रों में जाएं. पीडीपी सूत्रों ने बताया कि महबूबा मुफ्ती के राज्यपाल से मिलने से पूर्व पीडीपी संरक्षक पार्टी के भीतर एक आम सहमति बनाना चाहते हैं.
NC ने विधायकों को दिया निर्देश
इसी सारी कवायद के बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला और कार्यवाहक अध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने सोमवार को पार्टी नेताओं को फरमान जारी कर उनसे चुनाव बाद के परिदृश्य समेत नीतिगत मुद्दों पर मीडिया से बातचीत में परहेज करने को कहा. पार्टी ने एक बयान में कहा, 'फारूक और उमर ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के महासचिव अली मोहम्मद सागर, जम्मू और कश्मीर प्रांतीय अध्यक्षों देवेन्द्र सिंह राना व नासिर असलम वानी के साथ ही प्रवक्ता जुनैद आजिम मट्टू को पार्टी की ओर से नीतिगत मुद्दों पर पार्टी का रूख रखने के लिए अधिकृत किया गया है, जिनमें चुनाव बाद का परिदृश्य और पार्टी का रूख भी शामिल है.'
इसमें कहा गया है कि अन्य पार्टी नेताओं द्वारा दिए जाने वाले बयानों को उनके निजी विचार के तौर पर लिया जाए. नेशनल कॉन्फ्रेंस ने कहा है कि पार्टी महासचिव इन पदाधिकारियों के बीच संवाद में समन्वय करेंगे.