जम्मू कश्मीर में अंतरराष्ट्रीय सरहद के पास एक घुसपैठिए को सोमवार देर शाम जम्मू आईबी ने गिरफ्तार किया है. घुसपैठिए से पूछताछ जारी है. उधर केंद्र सरकार ने लोकसभा में माना कि इस समय सरहद पार से घुसपैठियों की संख्या में इजाफा हुआ है.
सोमवार देर शाम बीएसएफ ट्रूप से अलर्ट के बाद सीमापार से भारत की सरहद पर घुसने की कोशिश कर रहे पाकिस्तानी नागरिक को जम्मू आईबी ने गिरफ्तार कर लिया है. सीमा पर ड्यूटी दे रहे एक बीएसएफ अफसर विक्रम ने पाकिस्तान की ओर से भारत की सीमा पर आते हुए एक शख्स को देखने की खबर दी थी.
सीमा पर घुसपैठ की खबर मिलते ही जम्मू आईबी ने पहले तो घुसपैठी को चेतावनी दी और बाद में उसे गिरफ्तार कर लिया गया. उसने अपना नाम वारिस अली बताया है, उसने खुद को जफरवाल के चाक मिरधा गांव का रहने वाला बताया है. हालांकि उसने सीमा पार करने की वजहों का खुलासा नहीं किया है.
जम्मू कश्मीर में बढ़ रही आतंकी गतिविधियों पर सरकार काफी गंभीर है और यही वजह है कि सीमापार से देश में होने वाली आतंकी घटनाओं और घुसपैठ पर सरकार की पैनी नजर रहती है. लोक सभा में लिखित जवाब में गृह मंत्रालय ने जानकारी दी.
बुरहान को मार गिराए जाने के बाद बिगड़ा माहौल
जम्मू कश्मीर में सुरक्षा बलों की तरफ से आतंकी बुरहान वानी को मार गिराए जाने के बाद घाटी का माहौल बिगड़ा हुआ है और यही वजह है कि संसद के भीतर सांसदों ने जम्मू कश्मीर से जुड़े सवाल सरकार से पूछे. तकरीबन 32 सांसदों ने मंगलवार को सदन के भीतर गृह मंत्रालय से जम्मू कश्मीर इलाके में पिछले तीन वर्षों में हुई घुसपैठ और आतंकी घटनाओं का विवरण मांगा.
बढ़ रहें हैं सीमापार से घुसपैठ के मामले
सांसदों ने सदन के भीतर गृह मंत्रालय से लिखित रूप में यह जानना चाहा कि जम्मू कश्मीर में पिछले तीन वर्षों में घुसपैठ और आतंकी घटनाओं के आंकड़े क्या हैं? और सरकार ऐसे मामलों पर क्या कदम उठा रही है? सांसदों को दिए गए उत्तर में गृह मंत्रालय ने कहा है कि सीमापार से घुसपैठ के प्रयासों में तेजी आई है, हालांकि सरकार ने अपने जबाव में यह कहा कि राज्य सरकार और सुरक्षा बल की तरफ इसका प्रत्युत्तर दिया जा रहा है.
घुसपैठ के आंकड़े
सदन में गृह मंत्रालय की तरफ से पिछले तीन वर्षों के दौरान जम्मू कश्मीर में घुसपैठ के आंकड़े दिए गए. गृह मंत्रालय के लिखित उत्तर के मुताबिक जम्मू कश्मीर में इस वर्ष के मई माह तक कुल 51 घुसपैठ के मामले सामने आए जिसमें 5 आतंकियों को मार गिराया गया. जबकि वर्ष 2015, 2014, 2013 में घुसपैठ के मामले क्रमशः 121, 222 और 277 रहे. वहीं इस दौरान वर्ष 2015 में 46, वर्ष 2014 में 52 और वर्ष 2013 में 38 आतंकियों को मार गिराया गया.
आतंकी घटनाओं का विवरण
गृह मंत्रालय के मुताबिक पिछले तीन वर्षों के दौरान जम्मू कश्मीर में हुई आतंकी घटनाओं और इसमें मारे गए आम नागरिकों और सुरक्षाकर्मियों का आंकड़ा भी दिया गया. गृह मंत्रालय के अनुसार इस वर्ष के जुलाई माह तक जम्मू कश्मीर में कुल 138 आतंकी घटनाएं दर्ज की गईं जिसमें 04 आम नागरिकों सहित 29 सुरक्षाकर्मियों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
बढ़ रहे हैं सुरक्षाकर्मियों पर हमले
वर्ष 2015, 2014 और वर्ष 2013 में जम्मू कश्मीर में क्रमशः 208, 222 और 170 आतंकी घटनाएं दर्ज हुई. इस दौरान वर्ष 2015 में 17, वर्ष 2014 में 28 और वर्ष 2013 में 15 आम नागरिकों की मौत हुई, जबकि इस दौरान इस वर्ष के जुलाई माह तक 29 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए, वहीं वर्ष 2015 में 39, 2014 में 47 और वर्ष 2013 में 53 सुरक्षाकर्मी शहीद हुए.