जम्मू के एक इलाके में करीब 2 हजार सिख युवकों और पुलिस के बीच संघर्ष में गुरुवार को एक युवक की मौत हो गई और दो पुलिस वाले घायल हो गए. घटना के बाद रानीबाग इलाके में कर्फ्यू लगा दिया गया है. सिखों की भीड़ खालिस्तानी नेता जरनैल सिंह भिंडरांवाले के पोस्टर हटाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रही थी.
पुलिस के मुताबिक 6 जून को भिंडरांवाले की पुण्यतिथि से पहले एक संगठन ने भिंडरांवाले के पोस्टर लगाए थे. ये पोस्टर हटाए जाने से नाराज सिख प्रदर्शनकारी लाठियां और कृपाणों से लैस होकर सतवारी आरएस पुरा रोड पर जमा हुए और ट्रैफिक रोक दिया. पुलिस ने उन्हें हटाने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े.
Sikh protesters-police clash: 1 dead & 3 injured, Section 144 has been imposed from Rani Bagh to Kulian area in Jammu.
— ANI (@ANI_news) June 4, 2015
पुलिस और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कुछ प्रदर्शनकारियों ने सतवारी में जम्मू-पठानकोट राजमार्ग रोकने की कोशिश की. खबरों के मुताबिक इनमें से कुछ ने खालिस्तान समर्थक नारे भी लगाए. मौके पर भारी पुलिस बल पहुंचा और प्रदर्शनकारियों से सड़क पर ट्रैफिक बहाल करने को कहा लेकिन सिख युवकों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया.
पुलिस के मुताबिक भीड़ को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया गया और आंसूगैस के गोले छोड़े गये. पथराव में दो पुलिसकर्मी घायल हो गए. पुलिस ने कहा कि हालात तनावपूर्ण हैं और कुछ लोग जम्मू के हालात को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसा पहली बार देखा गया है कि किसी मारे जा चुके खालिस्तानी नेता के पोस्टर जम्मू में लगाये गए.
इन पोस्टरों को हटाए जाने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे कुछ सिख युवकों ने गुरुवार को कथित तौर पर एक पुलिस अधिकारी पर हमला कर दिया था जिससे वह जख्मी हो गए. पुलिस के मुताबिक कुछ सिख युवकों ने धारदार हथियार से पुलिस सब-इंस्पेक्टर अरुण कुमार पर हमला कर दिया जिससे वह गंभीर रूप से जख्मी हो गये. उन्हें दो अन्य पुलिसकर्मियों के साथ जीएमसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
सिखों के एक संगठन विशेष के कुछ सदस्यों ने कल सतवारी आरएस पुरा रोड पर भिंडरांवाले और कुछ अन्य उग्रवादी नेताओं के पोस्टर लगाए थे. सतवारी थाने के प्रभारी ने पोस्टर हटा दिये जिसके बाद सिख युवकों ने प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी पोस्टर हटाने को लेकर एसएचओ के निलंबन की मांग के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं.