जम्मू कश्मीर में आर्मी कैंप हुए आतंकी हमले पर सूबे के उपमुख्यमंत्री और बीजेपी नेता निर्मल सिंह ने चिंता व्यक्त की है. उन्होंने आजतक से बातचीत में कहा कि जम्मू की घटना चिंता का विषय है, लेकिन हमें ये समझना चाहिए कि ये एक प्रॉक्सी वॉर है.
उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से यह फिदायीन अटैक करते हैं, पाकिस्तान ने जिस राक्षस को पैदा किया अब राक्षस उसे भी खत्म कर रहा है. इसके बावजूद भी वो ऐसी हरकत कर रहा है. आज की जो घटना है यह पाकिस्तान की कायराना हरकत है. हम इसकी भर्त्सना करते हैं.
सिंह ने कहा कि इस घटना में हमारे फौज के दो लोग शहीद हुए हैं और एक स्थानीय नागरिक शहीद हुआ है. वह जितने भी फिदाइन हैं, उनमें से एक भी बचकर वापस नहीं जाएगा. हमारी पुलिस, सुरक्षा दल और हमारी सेना बड़ी बहादुरी से उनका मुकाबला कर रही हैं.
हमारे पास इस तरह की जानकारी पहले से थी कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर कुछ लोग घुसपैठ के इंतजार में हैं. इस बारे में हमने अलर्ट जारी कर दिया था. जंगल का फायदा उठाकर कई बार अपने मंसूबों में कामयाब हो जाते हैं इसी तरह से वह अंदर घुस आए.
उन्होंने कहा कि यह जो एक संदेश देने की कोशिश की जा रही है कि जम्मू में आतंकवाद अपना कश्मीर के जैसा पैर फैलाने की कोशिश कर रहा है इस तरह वह कामयाब कभी नहीं होंगे और यही संदेश देने के लिए कि वह जम्मू में भी अपनी मौजूदगी दर्ज करा रहे हैं उन्होंने यह फिदायीन हमला किया है.
सिंह ने कहा कि हम इन घटनाओं से लड़ने के लिए सतर्क हैं और आने वाले वक्त में इस प्रकार का मौका पाकिस्तान को ना मिले हम इसका पूरा प्रबंध करेंगे. इस घटना में कौन-कौन शामिल है इसका पता हम जरूर लगाएंगे. हां, उस इलाके में रोहिंग्या कई इलाकों में हैं मसलन जम्मू सांबा जैसे सीमावर्ती इलाकों में रोहिंग्या जरूर रहते हैं लेकिन अभी तक हम यह नहीं कह सकते कि इस घटना में कौन शामिल है. इसका पता जांच के बाद ही चलेगा. जो भी इस घटना में लिप्त पाए जाएगा कानून उस से सख्ती से निपटेगा.
उन्होंने कहा कि नेशनल कांफ्रेंस के विधायक ने जो बयान दिया है यह पागलपन है. मैं चाहूंगा कि फारूक अब्दुल्ला साहब और उमर अब्दुल्ला साहब इस पर सफाई दें कि क्या यह उनकी पार्टी का एजेंडा है. इसके पहले भी उनके एक विधायक ने इसी तरह का बयान दिया था. नेशनल कांफ्रेंस द्वारा अपने विधायक के बयान पर सिर्फ अपने आप को किनारे करना पर्याप्त नहीं है. जिस विधायक ने नारे लगाए वह पूर्व में उनकी सरकार में मंत्री रह चुके हैं, उस विधानसभा के स्पीकर रह चुके हैं.
सिंह ने कहा कि ऐसे वरिष्ठ नेता के बयान पर सिर्फ यह कह देना कि यह पार्टी की लाइन नहीं है, यह तो डबल गेम खेलने वाली बात है. उस पर न सिर्फ एक्शन होना चाहिए बल्कि माफी भी मांगनी चाहिए. उसके तरफ से फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला को माफी मांगनी चाहिए. ऐसे एंटी नेशनल बयान देने वाले लोग उनके बगल में बैठते हैं यह नहीं चलेगा. जो घटनाक्रम हुआ है उस पर सरकार की जवाबदेही है और हम इससे निपट रहे हैं. चाहे क्रॉस बॉर्डर फायरिंग हो चाहे आतंकवादियों से लड़ना, आप देखेंगे आने वाले वक्त में और शक्ति से हम इससे निपटेंगे.