कांग्रेस से किनारा कर नई पार्टी बनाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद के बेटे ने भी सक्रिय राजनीति में एंट्री ले ली है. सद्दाम नबी आजाद (41) ने रविवार को श्रीनगर के निगीन क्लब में पार्टी के युवा सम्मेलन में अपनी सक्रिय राजनीतिक पारी का ऐलान किया. इस सम्मेलन में गुलाम नबी आजाद के साथ ही उनकी पार्टी के कई नेता भी मौजूद थे.
सद्दाम ने पार्टी नेताओं के साथ मंच साझा किया. लेकिन उन्होंने कार्यक्रम को संबोधित नहीं किया. कश्मीर घाटी में हुए किसी राजनीतिक कार्यक्रम में यह सद्दाम की पहली सार्वजनिक उपस्थिति थी. दो भाई-बहनों में बड़े सद्दाम पेशे से एक बिजनेसमैन हैं. उन्होंने इंग्लैंड से अपनी पढ़ाई पूरी की है. सद्दाम की बहन सोफिया नबी आजाद ने पत्रकारिता की पढ़ाई की है.
2022 में बनाई थी नई पार्टी
गुलाम नबी आजाद ने सितंबर 2022 में डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी (Democratic Azad Party) नाम से अपनी नई पार्टी बनाई थी. इसके अध्यक्ष खुद गुलाम नबी आजाद हैं. पार्टी के नेताओं ने रविवार को हुए अधिवेशन में कहा कि सद्दाम राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएंगे. उनका ध्यान जम्मू-कश्मीर पर केंद्रित रहेगा. हालांकि, पार्टी ने उनकी जिम्मेदारी को लेकर अभी कोई ऐलान नहीं किया है.
बिना किसी सुरक्षा के घूमेंगे सद्दाम
श्रीनगर में हुए कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गुलाम नबी आजाद ने कहा कि उन्होंने अपने बेटे को बिना किसी सुरक्षा के आम आदमी की तरह पूरे जम्मू-कश्मीर का दौरा करने के लिए कहा है. गुलाम नबी ने आगे कहा, 'मैंने अपने बेटे से कहा कि जब आप घाटी में घूमकर आम लोगों से मिलेंगे तब पता चलेगा कि लोग आखिर क्या सोचते हैं और क्या चाहते हैं. नहीं तो लोग हमारे सामने गलत तस्वीर पेश करते हैं. ऐसे ही सीखा जाता है.
युवाओं के लिए रोजगार पर फोकस
गुलाम नबी आजाद के बयान के बाद बेटे सद्दाम ने उनकी बातों पर अपनी खुशी जाहिर की और कहा कि वह लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करेंगे. गुलान नबी आजाद ने ट्वीट कर कहा कि सत्ता में आने के बाद युवाओं की बात सुनना और उनके लिए रोजगार के अवसर पैदा करना उनकी प्राथमिकता होगी. उन्हें उम्मीद है कि उनका बेटा सद्दाम उम्मीदों पर खरा उतरेगा.
J-K में राजनीतिक विरासत वाले कई नेता
सद्दाम का नाम भी अब घाटी के उन नेताओं में शामिल हो गया है, जिन्हें अपने पिता की राजनीतिक विरासत के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जाता है. इससे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री और नेशनल कांफ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला के बेटे उमर अब्दुल्ला, पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री मुफ्ती मोहम्मद सईद की बेटी महबूबा मुफ्ती, मुख्यधारा से अलगाववादी नेता बने अब्दुल गनी लोन के बेटे सज्जाद लोन और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैफुद्दीन सोज के बेटे सलमान अनीस सोज शामिल हैं.
(एजेंसी से इनपुट सहित)