scorecardresearch
 

J-K: हिंसा भड़काने की साजिश, अलगाववादी हैं DSP की हत्या के पीछे?

भीड़ के द्वारा उठाया गया कदम बिल्कुल भी एक अचानक कदम नहीं लगता है, यह एक प्री-प्लानड साजिश थी. ऐसा लगता है कि भीड़ जानबूझ कर मजलिस से पहले इस तरह का माहौल बनाना चाहती थी.

Advertisement
X
पहले से फिक्स था DSP पर हमला
पहले से फिक्स था DSP पर हमला

Advertisement

जम्मू-कश्मीर के नौहटा में डीएसपी मोहम्मद अयूब पंडित की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी. अयूब नौहटा की मशहूर जामिया मस्जिद के बाहर ड्यूटी पर तैनात थे. अब इस मामले में कुछ अन्य बातें भी खुलकर आ रही हैं. रिपोर्ट्स की मानें, तो भीड़ इस तरह का एक्शन करेगी यह पहले से ही तय था.

भीड़ के द्वारा उठाया गया कदम बिल्कुल भी एक अचानक कदम नहीं लगता है, यह एक प्री-प्लानड साजिश थी. ऐसा लगता है कि भीड़ जानबूझ कर मजलिस से पहले इस तरह का माहौल बनाना चाहती थी. इस घटना के बाद आर्मी की संख्या को बढ़ा दिया गया है. वहीं जिस सेना को नेशनल हाइवे के पास तैनात किया गया था, वह अब अंदर के इलाके में पहुंच गई है. जिसके बाद सर्च ऑपरेशन में तेजी ला दी गई है.

Advertisement

सुरक्षा बलों का मानना है कि इस तरह की घटनाओं में वृद्धि हो सकती है. रमजान के खत्म होने के बाद बुरहान वानी के शहादत दिवस (8 जुलाई) भी मनाने की तैयारी है, जिसके बाद 2000 जवान दक्षिण कश्मीर में तैनाती की जाएगी. इससे पहले आर्मी ने CASO और SADO ऑपरेशन में तेजी ला दी है. कहा जा रहा है कि कश्मीर में आने वाले कुछ समय तक इसी प्रकार के हालात रह सकते हैं, जो कि सयुंक्त राष्ट्र के अधिवेशन यानि 25 सितंबर तक खिंच सकता है.

आपको बता दें कि पिछले एक सप्ताह में अभी तक लगभग 8 आतंकी मारे जा चुके हैं, जिससे विदेश में बैठे आतंकी घबराए हुए हैं. वहीं आर्मी भी लगातार अबु दुजाना का फोन डिकोड करने में लगी हुई है.

Advertisement
Advertisement