जम्मू-कश्मीर में सोमवार 11 दिसंबर को भूकंप के झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इस भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई, जिसका केंद्र जमीन से 33 किलोमीटर नीचे था. भूकंप भोर में 4.29 बजे आया, इससे किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं आई है.
बता दें इससे पहले भारत के उत्तरी राज्यों में 6 दिसंबर की रात भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. दिल्ली एनसीआर, उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के कई इलाकों में आए भूकंप की तीव्रता 5.5 थी. इस भूकंप का केंद्र उत्तराखंड के ऋषिकेश से 90 किलोमीटर दूर रुद्रप्रयाग में धरती से 30 किलोमीटर अंदर था.
गौरतलब है कि हिमालयी क्षेत्र का हिस्सा उत्तराखंड ‘हाई सिस्मिक जोन’ में आता है यानी यहां बड़े भूकंप आने की आशंका हमेशा बनी रहती है. दुनिया भर में हर साल करीब लाखों भूकंप आते हैं, लेकिन इनकी तीव्रता कम होती है. इस वजह से इनको हम महसूस नहीं कर पाते हैं. नेशनल अर्थक्वेक इंफोर्मेशन सेंटर हर साल करीब 20 हजार भूकंप रिकॉर्ड करता है, जिसमें से 100 भूकंप ऐसे होते हैं, जिनसे नुकसान होता है.
2018 में आ सकते हैं भयानक भूकंप, पृथ्वी में हो रहे हैं ये बदलाव
साल 2018 में दुनिया के कई हिस्सों में भयानक भूकंप तबाही मचा सकते हैं. भूकंप पर रिसर्च कर रही जियोलॉजिकल सोसायटी ऑफ अमेरिका के वैज्ञानिकों ने यह चेतावनी जारी की है. इनका कहना है कि पृथ्वी के घूमने की रफ्तार में बदलाव आ रहा है, जिसके चलते भूकंप के आने की आशंका है.