जम्मू कश्मीर के पुंछ और राजौरी जिले में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं. जानकारी के मुताबिक, अभी तक किसी तरह के जानमाल का नुकसान नहीं हुआ है. इससे पहले 14 जून को राज्य के कई जिलों में भूकंप के झटके महसूस किए गए थे.
भूकंप का केंद्र अफगानिस्तान-ताजिकिस्तान में था और तीव्रता 5.1 मापी गई थी. भारत की बात करें तो पिछले महीने भी कुछ भूकंप आए थे. इसमें हिमाचल प्रदेश (3.5 तीव्रता), अरुणाचल प्रदेश (4.2 तीव्रता) में झटके महसूस हुए थे.
भूकंप क्यों आता है?
धरती के अंदर 7 प्लेट्स ऐसी होती हैं जो लगातार घूम रही हैं. ये प्लेट्स जिन जगहों पर ज्यादा टकराती हैं, उसे फॉल्ट लाइन जोन कहा जाता है. बार-बार टकराने से प्लेट्स के कोने मुड़ते हैं. जब प्रेशर ज्यादा बनने लगता है कि तो प्लेट्स टूटने लगती हैं. इनके टूटने के कारण अंदर की एनर्जी बाहर आने का रास्ता खोजती है. इसी डिस्टर्बेंस के बाद भूकंप आता है.
भूकंप से कब होता है खतरा?
रिक्टर स्केल पर 7.0 या उससे अधिक की तीव्रता वाले भूकंप को सामान्य से खतरनाक माना जाता है. इसी पैमाने पर 2 या इससे कम तीव्रता वाला भूकंप सूक्ष्म भूकंप कहलाता है जो ज्यादातर महसूस नहीं होते हैं. 4.5 की तीव्रता का भूकंप घरों को नुकसान पहुंचा सकता है.