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जम्मू-कश्मीर: राजौरी में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, सर्च ऑपरेशन जारी

सुरक्षाबलों कालाकोट के वन क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिली थी. इसके बाद यहां पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया था. इसी दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. बताया जा रहा है कि जंगलों में 2 से तीन आतंकी छिपे हुए हैं. सेना और पुलिस ने इलाके की घेराबंदी की हुई है.

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राजौरी के जंगल में मिली थी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी (प्रतीकात्मक तस्वीर)
राजौरी के जंगल में मिली थी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी (प्रतीकात्मक तस्वीर)

जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले सोमवार देर रात सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़ हो गई. दरअसल, सुरक्षाबलों कालाकोट के वन क्षेत्र में संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिली थी. इसके बाद यहां पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया था. इसी दौरान आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी. सेना ने पुलिस के साथ मिलकर कालाकोट इलाके में ब्रोह और सूम वन क्षेत्र की घेराबंदी कर दी है और आतंकियों की तलाश शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि जंगलों में 2 से तीन आतंकी छिपे हुए हैं. 

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आतंकियों के घने जंगल में छिपे होने की जानकारी उच्च अधिकारियों को दी गई है. इसके बाद मौके पर सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की एसओजी टीम पहुंची है. सेना और पुलिस ने इलाके को घेर लिया है और आतंकियों की तलाश में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.

इससे पहले दिन में, घेराबंदी और सर्च ऑपरेशन के दौरान इलाके में गोलियों की आवाज सुनाई दी थी. हालांकि बाद में यह स्पष्ट किया गया कि सुरक्षा बलों ने संदिग्ध आतंकवादियों की उपस्थिति की जांच करने के लिए गोलीबारी की थी.

पिछले महीने कोकरनाग में शहीद हुए थे तीन अधिकारी 

बता दें कि जम्मू-कश्मीर के कोकरनाग में 13 सितंबर को मुठभेड़ में सेना के कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष धोंचक और जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट शहीद हो गए थे. इसके बाद आतंकी वहां से भाग गए थे. कई दिनों तक चल सेना के अभियान में सभी आतंकियों को ढेर कर दिया गया था. मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैयबा के कमांडर उजैर खान भी मार गिराया गया था. इस दौरान बारामुला और राजौरी में भी चार आतंकियों को ढेर किया गया था.

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