जम्मू कश्मीर में भले ही भारत और पाकिस्तानी सेना के बीच सीज फायर समझौता चल रहा हो, लेकिन पीओके में एक बार फिर से 170 से ज्यादा आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं. पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई हाईब्रीड और नार्को आतंक फैलाना चाहती है. नारकोटिक्स के साथ हथियार भेजे जा रहे हैं. हाल के दिनों में कश्मीर से लेकर पंजाब तक ड्रोन और सुरंग के जरिए हथियार भेजे जा रहे हैं. ऐसे में बीएसएफ इस नई चुनौती से निपटने के लिए रणनीति के तहत मुकाबला कर रही है.
कश्मीर में पीओके की लीपा वैली से लगने वाली एलओसी पर पाकिस्तानी सेना आतंकवादियों के साथ मिलकर घुसपैठ और आतंकी हमले की नापाक साजिश करने में लगी है। सरहद पर सेना और बीएसएफ के जवानों ने चौकसी कई गुना बढ़ा दी है. आजतक ने बारामूला सेक्टर में बीएसएफ के जवानों के साथ दिन और रात की पेट्रोलिंग का जायजा लिया. इसके साथ ही कश्मीर में बीएसएफ के आईजी राजा बाबू सिंह से एक्सक्लूसिव बातचीत की.
पाक सेना की मदद से घुसपैठ की फिराक में आतंकी
पिछले कई दिनों से पाकिस्तानी सेना अंतरराष्ट्रीय सीमा और एलओसी पर अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रही है. बीएसएफ और सेना के हवाले से इस बात के पुख्ता खुफिया इनपुट हैं कि लश्कर के आतंकवादी पाक सेना की मदद से लगातार घुसपैठ की फिराक में हैं. इसके लिए पाकिस्तान की बॉर्डर एक्शन टीम सेना और बीएसएफ के जवानों को निशाना बनाने की फिराक में हैं.
आतंकियों को ट्रेनिंग दे रही है ISI और पाक आर्मी
लश्कर, जैश और अफगानी आतंकियों के कई दर्जन से ज्यादा आतंकियों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई और आर्मी ट्रेनिंग दे रही है. पीओके कैंपस में अफगानिस्तान से करीब 80 आतंकी दोबारा लौटे हैं. इस नापाक प्लान में कुछ हार्डकोर आतंकवादियों को जम्मू कश्मीर में घुसपैठ करा कर बड़े हमले करना शामिल है. इसके साथ ही आईईडी प्लांट कर कुछ खास जगहों को निशाना बनाना है, इनमें सेना के कैंप भी शामिल हैं.
आजतक ने पेट्रोलिंग टीम के साथ देखे हालात
हमने पीओके से लगने वाली फॉरवर्ड पोस्ट पर बीएसएफ के जवानों के साथ पेट्रोलिंग की. पेट्रोलिंग से पहले जवानों को टीम कमांडर ने कुछ खास हिदायत दी. फॉरवर्ड पोस्ट तक पंहुचने के लिए हमें पैदल रास्ता ही तय करना है. बीएसएफ के जवानों को सरहद पर मौजूद कई अग्रिम चौकियों तक पहुंचने के लिए 2 से 3 घंटे का वक्त लगता है. पेट्रोलिंग टुकड़ी बड़ी सावधानी के साथ आगे बढ़ रही थी, क्योंकि अब हम दुश्मन के निशाने पर थे. इन इलाकों में पाकिस्तानी सेना फायरिंग करके आतंकवादियों को घुसपैठ में मदद करती है.
गोली का गोली से दिया जाता है जवाब
थोड़ी देर बाद हम एक फॉरवर्ड पोस्ट पहुंचे. अग्रिम चौकी पर बीएसएफ के जवान बंकर के अंदर और बाहर से निगरानी कर रहे हैं तो कुछ जवान ऊंचे पोस्ट से दुश्मन पर नजर रख रहे हैं. निगरानी पोस्ट के अंदर तैनात जवान लगातार दो घंटे तक दुश्मन पर नजर गड़ाये रखता है. आंखें सामने दुश्मन पर और अंगुली एलएमजी के ट्रिगर पर. अगर सामने से फायरिंग होती है तो गोली का जवाब गोली से दिया जाता है.
अपनी नहीं, सिर्फ देश की सुरक्षा की चिंता
फेंसिंग के साथ-साथ पेट्रोलिंग टुकड़ी बड़ी सावधानी के साथ आगे बढ़ रही थी. क्योंकि अब हम दुश्मन के निशाने पर थे. तभी अचानक फेंसिंग की दूसरी तरफ कुछ हरकत होने पर जवानों ने अपनी अपनी पॉजीशन संभाल ली. काफी देर तक इसी हालात में रहने के बाद जवान फिर से सजग हो गए. सरहद पर तैनात इन जवानों को अपनी चिंता नहीं है. इनका एक ही लक्ष्य है कि सरहद के उस पार से कोई दुश्मन हमारी सीमा को न लांघ सके.
हर तरह के हथियारों से मुंहतोड़ जवाब देती है बीएसएफ
सरहद पर निगरानी का ये सिलसिला यूं ही पूरी रात और दिन चलता है. गलती के लिए कोई जगह नहीं है. आतंकियों की घुसपैठ को करारा जवाब देने के लिए बीएसएफ के जवान हर तरह के हथियार का इस्तेमाल कर रहे हैं. एक्स 95, इंसास राइफल, ऐके-47, टैवोर असॉल्ट राइफल और मोर्टार जैसे हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
सेना के साथ मिलकर घुसपैठ से निपटने की तैयारी
पीओके में एक बार फिर से 170 से ज्यादा आतंकी घुसपैठ की फिराक में हैं. कश्मीर में बीएसएफ के आईजी राजा बाबू सिंह ने आजतक से एक्सक्लूसिव बातचीत में बताया कि पीओके में दर्जनों आतंकी कैम्पों को एक्टिव किया है. हमारा पड़ोसी पाकिस्तान हाईब्रीड और नार्को आतंक फैलाना चाहता है. नारकोटिक्स के साथ हथियार भेजे जा रहे हैं. बीएसएफ हर हालात से निपटने के लिए तैयार है. बीएसएफ सेना के साथ मिलकर घुसपैठ के नए तरीकों से निपटने की तैयारी कर रही है. बीएसएफ आतंकियों की नापाक हरकतों से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.
अफगानिस्तान से लौटे हैं आतंकी, अब पीओके कैंपों में छिपे
सुरक्षाबलों और पुलिस की कार्रवाई के बावजूद आतंकियों की नापाक हरकतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं. पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में एक बार फिर बड़ी संख्या में आतंकियों की मौजूदगी की जानकारी मिली है. खुफिया एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तानी सेना ने पीओके में एक बार फिर से कुछ आतंकी कैंप को एक्टिव किया है. आजतक को खुफिया एजेंसियों के हवाले से जो जानकारी मिली है उसमें कहा गया है कि पीओके के आतंकी कैपों में लौटे सभी आतंकी पाकिस्तानी हैं, जो तालिबान की मदद के लिए अफगानिस्तान गए थे. कहा जा रहा है कि इन आतंकियों ने भारत में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की प्लानिंग भी कर ली है. लेकिन बीएसएफ सेना के साथ मिलकर इस नई चुनौती से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.