जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार NIA के द्वारा अलगाववादियों पर छापेमारी करवा लोगों को डराने की कोशिश कर रही है. अब्दुल्ला ने कहा कि NIA सिर्फ लोगों को डराने के लिए छापेमारी कर रही है. ऐसा बर्दाश्त नहीं किया जा सकता.
उन्होंने कहा कि जब तक इन छापेमारी से कुछ नहीं निकलेगा तब तक मैं इसे नहीं मानूंगा. अब्दुल्ला बोले कि ये सिर्फ इनको डराने के लिए बोल रहे हैं और सोच रहे हैं कि ये डर जाएंगे. मैं केंद्र सरकार से पूछना चाहूंगा कि वो इन पर कितना जुल्म करेंगे.
केंद्रीय गृहमंत्री की प्रस्तावित कश्मीर यात्रा पर जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि राजनाथ सिंह की कश्मीर यात्रा से कोई उम्मीद नहीं है.
#WATCH: Farooq Abdullah says 'those people (separatists) must be released so that they can tell Home Minister what they have to tell.' pic.twitter.com/Z9KnTNbPMv
— ANI (@ANI) September 8, 2017
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग को लेकर NIA लगातार कार्रवाई कर रही है. गुरुवार को भी हुर्रियत नेता आगा सैयद हसन के यहां छापेमारी की गई थी. इसके अलावा बुधवार को श्रीनगर में 11 स्थानों पर और दिल्ली में 5 स्थानों पर सर्च ऑपरेशन चलाया गया. सभी जांच जम्मू-कश्मीर में टेरर फंडिंग से जुड़ी थी.
आजतक के ऑपरेशन के बाद शुरू हुई थी कार्रवाई
बता दें कि आजतक ने ऑपरेशन हुर्रियत के जरिए कश्मीर में आतंकी फंडिंग को बेनकाब किया था. इसके बाद आतंकी फंडिंग के आरोप में कई अलगाववादी नेताओं को गिरफ्तार किया गया था. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने करीब 20 दिनों तक अलगाववादी नेताओं से पूछताछ की थी. बताया जा रहा है कि पूछताछ में कई सनसनीखेज खुलासे हुए हैं, जिसको लेकर NIA की जांच जारी है.