Farooq Abdullah On Hijab Row: हिजाब को लेकर छिड़ा विवाद बढ़ता जा रहा है. अब नेशनल कान्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला (National Conference President Farooq Abdullah) ने कहा कि कुछ कट्टरपंथी हिजाब विवाद के बीच देश को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की कोशिश कर रहे हैं. हर किसी को जो चाहे पहनने का अधिकार है. साथ ही सभी लोग अपने धर्म को मानने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र है.
फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जब तक आप राष्ट्र की अखंडता को खतरे में नहीं डालते, तब तक आपको कुछ भी खाने, कुछ भी पहनने का अधिकार है. उन्होंने कहा कि हर किसी का अपना धर्म होता है.
फारूक अब्दुल्ला ने दक्षिण कश्मीर के पुलवामा में कहा कि धर्म पर हमले कुछ 'कट्टरपंथी तत्व' कर रहे हैं. ये ऐसा इसलिए कर रहे हैं ताकि चुनाव जीत सकें. लेकिन ऊपरवाले की मर्जी रही, तो यह भी एक दिन खत्म हो जाएगा.
परिसीमन आयोग पर फारूक अब्दुल्ला बोले कि हम अपना जवाब तैयार कर रहे हैं. बता दें कि जम्मू और कश्मीर के विधानसभा क्षेत्रों को फिर से बनाने के लिए परिसीमन आयोग का गठन मार्च 2020 में किया गया था. इसकी अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट की पूर्व न्यायाधीश रंजना प्रकाश देसाई कर रही हैं. इसके पदेन सदस्य के रूप में मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा और जम्मू-कश्मीर के राज्य चुनाव आयुक्त हैं.