नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला ने कोरोना महामारी के बीच जम्मू के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी पर चिंता जाहिर की है. फारूक अब्दुल्ला ने सोमवार को कहा कि ऑक्सीजन की कमी की समस्या को दूर करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है.
लोकसभा में शून्यकाल के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन के जवाब के दौरान अब्दुल्ला ने कहा कि स्थिति विशेष रूप से पिछले एक सप्ताह के दौरान COVID-19 मामलों में बढ़ोतरी खतरनाक और काफी चिंताजनक है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार फारूक अब्दुल्ला ने कहा, 'कोविड अस्पतालों को ऑक्सीजन की भारी कमी का सामना करना पड़ रहा है. इससे कोरोना वायरस से संक्रमित गंभीर मरीजों के जीवन को खतरा पैदा हो गया है. यह तकलीफ की बात है कि इस समस्या को खत्म करने के लिए ठोस तौर पर कुछ नहीं किया गया.'
जारी बयान के मुताबिक फारूक अब्दुल्ला ने 60 "डिसफंक्शनल" वेंटिलेटर का मुद्दा भी उठाया जो गंभीर रूप से बीमार मरीजों के लिए बहुत जरूरी है. उन्होंने स्वास्थ्य सेवा सहायता प्रणाली को मजबूत करने के लिए तत्काल आवश्यक उपाय करने का आह्वान किया.
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पिछले 24 घंटों के दौरान कोरोना के 1,229 नए केस मिले हैं. इससे केंद्रशासित प्रदेश में मामलों की संख्या बढ़कर 55,325 हो गई है. इन नए मामलों में, 837 जम्मू संभाग से और 392 मामले कश्मीर संभाग से हैं. इस दौरान यहां कोरोना वायरस से 17 लोगों की मौत हो गई है. इससे जम्मू-कश्मीर में जानलेवा वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 895 हो गई है.